UP Assebmbly Elections 2017 में बीजेपी के पलटूराम ने कांग्रेस-सपा गठबंधन के प्रत्याशी शिवलाल को 2500 वोटों से हराकर पहली बार विधायकी जीती थी। मूलरूप से गोंडा निवासी पलटूराम ने छात्र राजनीति से अपना पॉलिटिकल करियर शुरू किया था। स्नातक तक पढ़े-लिखे पलटूराम की उम्र 51 वर्ष है। पलटू राम की छवि प्रखर वक्ता की है। आम लोगों के बीच का काफी लोकप्रिय हैं। लेकिन, इस बार इनके सामने विपक्ष की कड़ी चुनौती के चलते राह आसान नहीं है।
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बलरामपुर सीट की प्रमुख समस्या
भारत-नेपाल सीमा से सटे बलरामपुर में आज भी पिछड़ापन नजर आता है। आजादी के बाद से अब तक यहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव रहा है। तकनीकी शिक्षण संस्थाओं की कमी, टूटी सड़कें और बेतरतीब ट्रैफिक यहां की मुख्य समस्या है। हालांकि, जाम की समस्याओं के निजात के लिए शहर में बाईपास का निर्माण कराया जा रहा है। क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज का भी निर्माण किया जा रहा है। गन्ना इस क्षेत्र के किसानों का मुख्य फसल है और बलरामपुर चीनी मिल अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है।
बलरामपुर विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 414967 है। इस सीट पर पुरुष मतदाता 2,28,444 और महिला मतदाताओं की संख्या 1,86,523 है। बलरामपुर में सबसे अधिक 38 फीसदी ओबीसी बिरादरी के लोग रहते हैं। यहां करीब 23 फीसदी मुस्लिम, 21 फीसदी एससी-एसटी और 18 फीसदी सामान्य बिरादरी की आबादी रहती है।
किसी भी दल ने अभी अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। माना जा रहा है कि बीजेपी की तरफ से पलटूराम ही प्रत्याशी होंगे, जबकि दूसरे दलों के करीब दो-दो नाम चर्चा में हैं।