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कोरोना वायरस का बड़ा सच, खुल जाएंगी आंखें

locationबलरामपुरPublished: Mar 27, 2020 08:07:50 pm

Submitted by:

Mahendra Pratap

भय और भ्रांतियों के बीच फैल रहा कोरोना और उसका डरउत्तर प्रदेश शुक्रवार तक 49 कोरोना वायरस पाजिटिव मौसम का तापमान बढ़ने से नहीं मरेगा कोराना पालतू जानवर से रहें सावधान

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बलरामपुर. कोरोना वायरस लाख कोशिशों के बाद भी रुके नहीं रुक रहा है। उत्तर प्रदेश में रोजाना एक दो कोरोना वायरस पाजिटिव मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार तक 49 कोरोना वायरस पाजिटिव पाए गए हैं। कोरोना वायरस जिस तेजी से अपने पांव पसार रहा है। उसी गति से भय और भ्रांतियां भी सोशल मीडिया के माध्यम से फैल रहीं हैं। इसमें से कुछ सच हैं तो कुछ कोरे अफवाह।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. घनश्याम सिंह ने शुक्रवार को बताया कि सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है कि ‘मौसम का तापमान बढ़ने के साथ ही कोराना का प्रकोप कम हो जाएगा।’ उन्होंने बताया तापमान बढ़ने का कोई असर कोरोना वायरस पर होता है या नहीं, इस बात का अभी कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। सीएमओ ने बताया कोरोना वायरस दुनियाभर में 168 से अधिक देशों में फैल चुका है जिनमें ग्रीनलैंड जैसे ठंडे देश भी है तो दुबई जैसे गर्म शहर, मुंबई जैसे ह्यूमिड शहर भी हैं तो दिल्ली जैसे सूखे शहर भी हैं।
सीएमओ ने बताया कि इसके अलावा वायरल मैसेज में यह भी दावा किया गया है कि गर्मी की मदद से कोरोना वायरस को खत्म किया जा सकता है। इसी दावे में पीने और नहाने के लिए गर्म पानी का प्रयोग करने की सलाह दी जा रही है। चर्चाओं के बीच यह भी कहा जा रहा है कि यह सलाह यूनिसेफ ने दी है। सीएमओ ने इस दावे को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा है कि आइस्क्रीम, कोल्ड ड्रिंक और अन्य ठंडी चीजों से दूर रहकर इस वायरस से बचा जा सकता है। इस तरह का भी कोई मैसेज यूनिसेफ से नहीं जारी किया गया है, यह मैसेज पूरी तरह से झूठा है।
कैसे फैलता है कोरोना :- कोरोना के नोडल अधिकारी डा. ए.के. सिंघल ने बताया, जब कोरोना वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उसके थूक के बेहद बारीक 3,000 से अधिक कण यानी ड्रॉपलेट्स शरीर से बाहर आकर हवा में फैल जाते हैं। इन्हीं नन्हें कणों के जरिए कोरोना वायरस फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के नजदीक जाने पर ये कण सांस के रास्ते दूसरे व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इसके अलावा कभी—कभी ये कण कपड़ों, दरवाजों के हैंडल और आपके सामान पर गिरते हैं। उस जगह पर किसी का हाथ पड़े और फिर वो व्यक्ति उसी संक्रमित हाथ से अपनी आंख, नाक या मुंह छूता है तो उसे कोरोना वायरस संक्रमण हो सकता है।
एल्कोहल व क्लोरीन के स्प्रे से नहीं मरता कोरोना :- विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार शरीर पर एल्कोहल अथवा क्लोरीन के स्प्रे से कोरोना वायरस मरता नहीं है। इसका प्रयोग बचाव के तौर पर किया जा सकता है। इसके अलावा हाथ को सूखाने वाली मशीन (हैंड ड्रायर) और हीटर के प्रयोग से कोरोना वायरस नहीं मरता है। सैलाइन से नाक साफ करने से जुकाम में जल्द आराम मिलता है, लेकिन इससे कोरोना से बचाव नहीं हो सकता है।
पालतू जानवर से रहें सावधान :- आधिकारिक रूप से पालतू जानवरों में कोरोना फैलने की अभी तक कोई घटना सामने नहीं आई है। लेकिन सावधानी के तौर पर आाप पालतू जानवरों को छूने के बाद हाथों को अच्छी तरह से जरूर धोएं।
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