जनपद बलरामपुर वीर विनय चौराहे पर स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर हिंदू संस्कृति तथा आध्यात्मिक ज्ञान का केंद्र माना जा रहा है। अयोध्या की मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास के संरक्षण तथा उत्तराधिकारी कमल नयन दास के निर्देशन में संचालित हो रहे हनुमानगढ़ी मंदिर के समस्त कार्यक्रम लाखों हिंदू परिवारों के लिए आस्था व अध्यात्म का केंद्र माना जा रहा है। मंदिर के उत्तराधिकारी महंत महेंद्र दास हनुमानगढ़ी के परंपराओं को बखूबी आगे बढ़ा रहे हैं। गत 6 फरवरी से हनुमानगढ़ी मंदिर पर श्री राम जानकी प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम चल रहा है जो आगामी 13 फरवरी तक चलेगा।
हनुमानगढ़ी पर चल रहे श्रीराम जानकी प्रतिष्ठा महोत्सव के अवसर पर आयोजित होने वाले सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन का शुभारंभ जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप सिंह, पूर्व सांसद दद्दन मिश्र,विधायक तुलसीपुर कैलाश नाथ शुक्ला, विधायक सदर पलटू राम की मौजूदगी में आरती व पूजन के साथ प्रारंभ किया गया। कैलाश नाथ शुक्ला ने हनुमानगढ़ी मंदिर को आध्यात्मिक ज्ञान का केंद्र बताया। उन्होंने कहा कि लाखों हिंदू जनमानस को यहीं से सत्कर्म की प्रेरणा मिलती है। हनुमान जी की कृपा से ही कठिन से कठिन कार्यों का संपादन भी आसानी से हो जाता है।
रामप्रताप वर्मा ने पूज्य महंत नृत्य गोपाल दास के संरक्षण में उत्तराधिकारी महंत महेंद्र दास द्वारा हनुमानगढ़ी की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए सराहना की। पूर्व मंत्री हनुमत सिंह ने कहा कि कई दशकों से हनुमानगढ़ी आस्था, प्रेम, भाईचारे तथा गंगा जमुनी संस्कृति का प्रतीक रहा है। विषम से विषम परिस्थितियों में भी हनुमानगढ़ी ने यहां की जनमानस को नई राह दिखाई है। उन्होंने हनुमानगढ़ी पर हो रहे श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण किया। महंत दास ने पूरे कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 6 फरवरी से प्रारंभ हुआ संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा 12 फरवरी को संपन्न होगा तथा 13 फरवरी को विशाल भंडारे के साथ श्रीराम जानकी प्रतिष्ठा महापर्व का समापन किया जाएगा।