ब्रह्मलीन महंत महेंद्र नाथ ने अपना समस्त वन लोगों की सेवा व लोक कल्याण में समर्पित कर दिया। ब्रह्मलीन महंत महेंद्र नाथ ने लोक कल्याण को मंदिर से जोड़ा, उनके द्वारा मंदिर के माध्यम से लोगों को गौसेवा व स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। उन्होंने मंदिर को शिक्षा का स्थान बनाने की पहल करते हुए मंदिर में छात्रों हेतु छात्रावास का निर्माण करवाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबको अपने संतों के आदर्शों, मूल्यों व उनके द्वारा गये दिखाए रास्ते का अनुकरण करते हुए लोक कल्याण की दिशा में आगे बढ़ते रहना चाहिए। हमें अपनी परंपरा को भूलना नहीं चाहिए। हमें अपनी परंपरा का अनुसरण करते हुए समाज में यश, कीर्ति प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर जनपद बलरामपुर के प्रभारी मंत्री चेतन चैहान, अयोध्या दिगंबर अखाड़े के महन्त सुरेशदास, कथा वाचक बालक नाथ महाराज, शक्तिपीठ देवीपाटन के महंत मिथलेश नाथ योगी, महंत रामविलास नाथ, विधायक बलरामपुर सदर पल्टूराम, विधायक तुलसीपुर कैलाश नाथ शुक्ला, विधायक गैसड़ी शैलेंद्र सिंह शैलू, विधायक डुमरियागंज उपस्थित रहे।