साढे पैतीस हजार करोड़ रुपए का गन्ना किसानों से खरीदा
सुरेश राणा ने कहा कि योगी सरकार ने इस वर्ष साढे पैतीस हजार करोड़ रुपए का गन्ना किसानों से खरीदा है जो इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी खरीद है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने अब तक साढ़े पच्चीस हजार करोड़ रुपए का भुगतान भी किसानों को कर दिया है।सुरेश राणा ने अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी को चुनौती देते हुए कहा कि उनमें यदि तनिक भी नैतिक साहस होता तो वो शानदार काम के लिए योगी सरकार और 8 हजार करोड़ के पैकेज के लिए मोदी सरकार को बधाई देते लेकिन जो अपनी सरकार में कुछ नहीं कर पाए वो अब सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं।
सपा सरकार में मात्र 16 हजार करोड़ रुपए का भुगतान किया गया
15 सितंबर तक सपा सरकार में मात्र 16 हजार करोड़ रुपए का भुगतान किया गया था जबकि योगी सरकार में 25.5 हजार करोड़ रुपए का भुगतान कराया जा चुका है। इतना ही नहीं योगी जी ने 15 अक्टूबर तक सभी चीनी मिलों का बकाया भुगतान करने का भी निर्देश दिया है जिसके लिए उन्होंने बाकायदा पैकेज की भी व्यवस्था कर रखी है। कैबिनेट की बैठक में पास करा कर सरकारी तथा निजी चीनी मिलों को सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 35.5 हजार करोड़ रुपए के रिकॉर्ड गन्ने की खरीद करने की गई है और इसमें से अब तक 25.5 हजार करोड़ का भुगतान हमारी सरकार ने कराया है। उन्होंने किसानों को सलाह दी कि गन्ने की खेती के साथ-साथ सह खेती भी करें जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो।
सभी बंद चीनी मिलों को सहायता देकर चालू कराया
उन्होंने सपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सपा सरकार में किसान बंद चीनी मिलों को चलाने की जब बात करते थे तो उनके ऊपर गोलियां चलाई गई। योगी सरकार ने सभी बंद चीनी मिलों को सहायता देकर चालू कराया है। समाजवादियों में जरा सा भी नहीं नैतिकता होती तो योगी सरकार के कार्यों की आलोचना न करके सराहना करते। उन्होंनेे कहा की योगी सरकार बननेे के बाद पिछली सरकारों का 4.5 हजार करोड़ रुपए गन्नाा मूल्य बकाया भुगतान कराया गया था। योगी सरकार ने अब तक वर्तमान में पिछला मिलाकर 36 हजार करोड़ रुपए का भुगतान गन्ना मूल्य के रूप में कराया है जो अपने आप में एक कीर्तिमान है।