ये भी पढ़ें- UP Corona: लगातार गिर रहा कोरोना का ग्राफ, बुधवार को आए 2778 नए केस, यहां हैं केवल 40 सक्रिय मामले इस साल के ग्लोबल हैंडवाशिंग डे की थीम ‘‘सभी के लिए स्वच्छ हाथ’’ निर्धारित की गयी। उन्होंने कहा कि इस साल हम सभी ने हाथ की स्वच्छता के महत्व को बखूबी समझा है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सबसे प्रभावी तरीका ठीक तरह से हाथ धोना है जिससे संक्रमण का खतरा काफी हद तक काम हो जाता है। डब्ल्यूएचओ (WHO) के वैश्विक सुझावों में कोविड-19 महामारी को रोकने और नियंत्रित करने और इसे व्यवहार में लाने के लिए हाथ की स्वच्छता का लक्ष्य रखा गया। इसके लिए हाल ही में डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ की अगुवाई में ‘हैंड हाइजीन फॉर ऑल ग्लोबल इनिशिएटिव’ लांच किया गया।
ये भी पढ़ें- कोरोना को-वैक्सीन से जुड़ी बड़ी खबर, यूपी में टल गया आखिरी ट्रायल, सीएम ने दी थी मंजूरी डायरिया, वायरल संक्रमण जैसी बीमारियां रहेंगी दूर- एसीएमओ डा. बी.पी. सिंह ने बताया कि हाथ की स्वच्छता हमारे स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का ही एक हिस्सा है क्योंकि सिर्फ साबुन से अच्छी तरह हाथ धुल लेने से ही कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है, रोगाणु कई माध्यमों के जरिये से हमारे शरीर में फैलते हैं। उनमें से एक हमारे हाथ भी बीमारी का एक बड़ा जरिया हैं जिसकी वजह से सबसे ज्यादा बच्चों में संक्रमण व गंभीर बीमारियों जैसे डायरिया, वायरल संक्रमण आदि का खतरा बना रहता है। हम लोग दिनभर में कई प्रकार की चीजों को छूते हैं। साथ ही भोजन भी हाथ से ही करते हैं। इन्हीं हाथों से हम अपने मुंह को भी छूते हैं। इसलिये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी यह संक्रमण फैलने का सबसे आसान तरीका बन जाता है। संक्रमण से बचाव का सही तरीका 6 चरणों में ठीक तरह से हाथ धोना है। यही हमारे बेहतर स्वास्थ्य की ओर एक अच्छी पहल है।
ये भी पढ़ें- कोरोनाः सीएम योगी ने दिए निर्देश, एक सप्ताह तक चलेगा यह विशेष अभियान आंकड़े हैं चौकाने वाले-द स्टेट ऑफ हैंड वॉशिंग की 2016 की वार्षिक रिपोर्ट बताती है कि भारत के ग्रामीण क्षेत्र में 54 प्रतिशत आबादी शौच जाने के बाद हाथ धोती है, वही सिर्फ 13 प्रतिशत आबादी खाना बनाने से पहले और 27 प्रतिशत बच्चों को खाना खिलाने से पहले हाथ धोती है। दूसरी तरफ शहरी क्षेत्र में 94 प्रतिशत लोग शौचालय के बाद हाथ धोते है, 74 प्रतिशत खाना बनाने से पहले और 79 प्रतिशत बच्चों को खाना खिलाने से पहले हाथ धोते है।
हाथ धोना कब-कब है जरूरी
घर से बाहर किसी चीज को छूने के बाद, शौच के बाद, खाना बनाने व खाने से पहले, मुंह, नाक व आँखों को छूने के बाद, खाँसने व छींकने के बाद, घर की साफ-सफाई करने के बाद, किसी बीमार व्यक्ति से मिलकर आने के बाद व पालतू जानवरों से खेलने के बाद।