पवित्र माह रमजान के शुरू होने से पहले नगर पालिका अध्यक्षा द्वारा नपाप परिसर में मीटिंग बुलाई गई थी। जिसमें पालिका अध्यक्षा किताबुन्निशा के पति व प्रतिनिधि शाबान अली ने नगर को साफ सुथरा रखने और पवित्र स्थलों के पास साफ-सफाई करने के बड़े-बडे़ दावे किए गए थे। इसके बाद उन्होंने खूब वाह वाही लूटी थी। नगर के साफ सफाई की पड़ताल करने टीम जैसे ही बड़़ापुल चैराहा पहुंची तो हालात कुछ और देखने को मिले।
नालों द्वारा सफाई कर कूड़े को सड़क पर ही छोड़ दिया गया था। स्थानीय लोगों से पता चला कि 16 मई को नालों की सफाई करवाई गई थी और कूड़ा सड़क पर ही छोड़ दिया गया था। 17 मई को बारिश के बाद कूड़ा सडक पर फैल गया है। बड़े पुल चैराहे पर ही एक मजार था, जहां इबादत करने सैकड़ों की संख्या में लोग आते हैं। जिस जगह पर कूड़ा निकाल कर छोड दिया गया वहीं से कुछ ही दूरी पर मस्जिद है।
थोड़ी सी पड़़ताल में नगर पालिका की पोल खुल गई। यही हाल बड़े पुल से गायत्री मन्दिर जाने वाले मार्ग की है। उक्त संबध में जब नगर पालिका अध्यक्षा के प्रतिनिधि शाबान अली से बात की गई, तो उन्होंने यह कहकर अपने जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लिया की गिला कचड़ा कोे सड़क पर इसलिए छोड दिया जाता है कि वह सूख जाए। जबकि नगर पालिका में सीवर साफ करने की मशीन उपलब्ध है। अगर उससे सफाई करवाई जाए, तो न ही गंदगी फैलेगी और न ही आम जनता त्रस्त होगी।