टैक्सी स्टैंड वसूली के ये है नियम
टैक्सी स्टैंड पर उन्हीं वाहनों से वसूली की जा सकती जो नगर पालिका क्षेत्र में वाहन लोड या अनलोड करते हैं उनके अतिरिक्त किसी वाहन से नगर पालिका टैक्स नहीं वसूल सकती है। परन्तु जिले में सारे नियमो की धज्जियां उड़ाते हुए जिले में आने जाने वाले हर वाहनों से अवैध वसूली की जा रही है। इस और जिलाधिकारी ने भी कठोर निर्देश दिया था परन्तु पुलिस की निरकुंशता के चलते स्टैंड चालको का मनोबल इतना बढ़ गया की अवैध वसूली का विरोध करने पर हाथापाई पर उतारू हो जाते है।
टैक्सी स्टैंड संचालको को देनी होती है ये सुविधाये
नगर पालिका स्टैंड पर वसूली तो जम के किया जा रहा है पर वहाँ मिलने वाली मूलभूत सुविधाओ के नाम पर शून्य है। टैक्सी स्टैंड पर बैठने के लिए टिन शेड, शुद्ध पेय जल सहित शौचालय की व्यवस्था होती है। बलरामपुर नगर में कई जगहों पर अवैध वसूली की जा रही है परन्तु वह सुविधाओ के नाम पर कुछ नही है।
राजनैतिक सरंक्षण व पुलिस की निरंकुशता है प्रमुख कारण
सूबे की योगी सरकार भ्रस्टाचार खत्म करने के लाख दावे क्यों न कर रही हो परन्तु यहाँ जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। जानकारों की माने तो ऐसे अधिकारी किसी भी जिले में नही रुक पाते है जो राजनैतिक दबाव में काम नही करते है। टैक्सी स्टैंड पर करवाई के तुरन्त बाद एसपी का स्थानातरण कही न कही इस बात की पुष्टि करता है। क्योंकि नगर पालिका टैक्सी स्टैंड संचालक के पति भाजपा के नेता है और उनकी पैठ ऊपर के नेताओ तक मानी जाती है। मौजूदा पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार जब मासूम से बलात्कार जैसे जघन्य अपराध में जब वह मीडिया से नही रूबरू होना चाहते तो ऐसे मामलो में वह क्या कार्रवाई करेंगे ये एक बड़ा प्रश्न है।