कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तुलसीपुर विधायक ने कहा की राजा सुहेलदेव एक पराक्रमी योद्धा थे । इस वीर योद्धा की वीरगाथा को समाज मे सामने लाना चाहिए । यज्ञाचार्य व मुख्य वक्ता अशोक कुमार आर्य ने राजा सुहेलदेव पासी के पराक्रम का वर्णन करते हुए बताया कि आज के ही दिन बहराइच के युद्ध में 10 जून सन 1034 को आस पास के 21 राजाओं के सहयोग से महमूद गजनवी के भांजे सालार मसूद गाजी का डेढ़ लाख की सेना सहित संघार कर महाराजा सुहेलदेव ने अद्भुत वीरता और संगठन शक्ति का प्रदर्शन किया था। आर्य युवक परिषद के जिलाध्यक्ष डॉ तुलसीश दुबे ने बताया कि यज्ञ अत्यंत पावन कार्य है इससे आत्मशुद्धि के साथ ही साथ पर्यावरण भी शुद्ध होता है। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ माधवराज द्विवेदी ने यज्ञ के साथ चारों वेदों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वेद अनादि हैं तथा ये देववाणी हैं। विधायक कैलाश नाथ शुक्ल, ग्राम प्रधान पतझी अवधेश कुमार, सत्य प्रकाश शुक्ला व आर्यवृत ने आऐ हुए अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में पंकज पाण्डेय, हरिकान्त मिश्रा, बेचन लाल मौर्य, कृष्ण राम तिवारी, सुमित, रामशंकर, तुंगनाथ, दद्दू तिवारी, सुरेश मौर्य, वीरेंद्र त्रिपाठी सहित अनेकों स्थानीय ग्राम वासी मौजूद रहे ।