उन्होंने कहा कि किसान को मिलने वाली सम्मान निधि (2000 हज़ार) से खेती में बीज व खाद को लेने के लिए साहू कार से ऋण लेने से बचाने में सहायता करती है। ऐसे अनुभव ये बताते है कि भारत का किसान सम्मान पूर्वक जीवन जीने के लिए आगे बढ़ चुका है।प्रवासी कार्यकर्ता अक्षय शुक्ल ने कहा कि भारत के बाहर रह रहे हिंदुओ को भारत मे नागरिकता देने का संसोधन कानून बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि हैं। इस कानून के माध्यम से जोगेंद्र नाथ मण्डल जो कि दलितों के बड़े नेता थे, उनकी भी आत्मा आज नरेंद्र मोदी को बधाई दे रही होगी। उनकी एक गलती के कारण पाकिस्तान में 24 लाख दलितों को पाकिस्तानी जनरल टिक्का खान की फौजों ने मौत के घाट उतार दिया था।यह नागरिकता कानून ऐसे दलित भाइयों की आत्मा को शांति पहुँचाने का काम करती हैं। साथ ही जो लोग इस कानून का विरोध कर रहे हैं वो भारत की संविधान वा संप्रभुता को चुनौती दे रहे हैं।पूर्व के अनुभव यह बताते हैं भीम और मीम का नारा देकर बड़ी भारी मात्रा में दलितों का नरसंहार पाकिस्तान, बांग्लादेश औऱ भारत में भी किया गया।कार्यक्रम में अपूर्व प्रतापसिंह,जिलाअध्यक्ष युवा मोर्चा संदीप वर्मा सहित अनेक लाभार्थी उपस्थित रहे।