तो क्या आपत्रों को दे दिए गए थे आवास
बसपा शासन काल में काशीराम आवास योजना के तहत ऐसे लोगों को आवास का लाभ दिया जाना था। जिनके पास भूमि नहीं थी और वह बेसहारा थे। परंतु एडीएम के जांच में मामला कुछ और ही निकला। जांच के दौरान पाया गया कि जिनके नाम पर आवास मिला है वह अपने मकान में रहे हैं और उनके स्थान पे उनके रिश्तेदार रह रहे हैं। जिससे कहीं न कहीं इस बात की पुष्टि होती की आवास का आवांटन आपात्रों को किया गया था। देखने की बात यह होगी की क्या मामले की पूरी जांच कराकर उन अधिकारियों के विरूद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। जिन्होने आवांटन के समय आपात्रों को आवास का आवंटन किया था या फिर केवल आवास खाली कराकर खानापूर्ति कर दी जाएगी।
चलती रहेगी जांच – एडीएम
एडीएम अरूण कुमार शुक्ल ने बताया कि जिले के सभी ब्लाकों में आवास आवांटन की जांच कराई जाएगी। जांच के दौरान ऐसे लोग जो बिना आवास आवांटन के रह रहे हैं। उनसे आवास खाली करवा लिया जाएगा और जिनके नाम से आवास है। उनका निरस्त करने की कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि सरकारी धन का दुरूपयोग करने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी और पात्र लोगों को आवास का आवंटन किया जाएगा।