जिला युवा कल्याण अधिकारी ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर में पीआरडी जवानों की ड्यूटी सरकारी और अर्द्धसरकारी संस्थानों में ड्यूटी लगाई जाती है। इसके अलावा पीआरडी जवान आपदा के दौरान भी अपनी सेवा प्रदान करते हैं। प्रशिक्षण में पुलिसकर्मियों ,होमगार्डों की तरह ही मार्च पास्ट, राइफल चलाना, सैल्यूट करना, जनसामान्य के साथ अच्छा व्यवहार करना आदि तरीके सीखेंगे। प्रशिक्षण से पीआरडी जवानों के काम को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। कार्यकुशलता में बड़ा बदलाव आयेगा।
1948 में हुआ था पीआरडी का गठन
प्रांतीय रक्षक दल का गठन दी यूनाइटेड प्रोविंसिस रक्षक दल अधिनियम 1948 के तहत किया गया था। अधिनियम 11 दिसम्बर 1948 को उत्तर प्रदेश के सरकारी गजट में प्रकाशित होकर प्रभावी हुआ था।