संयुक्त जिला चिकित्सालय परिसर में आयोजित शिविर का शुभारम्भ करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 घनश्याम सिंह ने बताया कि शिविर का मुख्य उद्देश्य कार्यक्रम के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना तथा गरीब बच्चों व उनके परिजनों को उनके चेहरों पर नयी मुस्कान देना है। उन्होंने कहा कि शिविर में इलाज हेतु चयनित बच्चों का आपरेशन और सम्पूर्ण इलाज सिप्स अस्पताल लखनऊ में किया जायेगा। इस अस्पताल में अभी तक ऐसे लगभग दस हजार मरीजों का सफल इलाज किया चुका है। इलाज पूर्णतः निःशुल्क होता है और चयनित मरीजों को इलाज हेतु जिले से संस्था की एम्बुलेंस लखनऊ लेकर जाती है। एम्बुलेंस न मिल पाने की दशा में मरीज और अभिभावक के आने-जाने का किराया भी संस्था की तरफ से दिया जाता है। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट तमाम गरीब असहाय परिवार और बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा है। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से इस कार्यक्रम का लाभ लेने की अपील की।
आरबीएसके डीईआईसी मैनेजर शिताषु रजक ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मोबाइल हेल्थ टीम द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। इसके अलावा प्रसव केन्द्रों पर प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा एवं अन्य जन्में बच्चों का गृह भ्रमण के दौरान आशा द्वारा परीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बच्चों में कटे-फटे होंठ या तालू की जन्मजात दोषों का सुनियोजित एवं सम्पूर्ण उपचार हेतु राज्य स्तर पर राष्टीªय स्वास्थ्य मिशन एवं स्माइल टेªन प्रोजेक्ट के मध्य दिनांक 31 मई 2018 को करार किया गया था इसके अलावा डीईआईसी सेंटर्स के माध्यम से बच्चों में जन्मजात विकार की जन्मजात बीमारियों का भी निःशुल्क इलाज कराया जा रहा है।
सिप्स अस्पताल प्लास्टिक सर्जन व स्माइल टेªन प्रोजेक्ट के डायरेक्टर डा0 रितेश पुरवार और उनकी टीम द्वारा बताया गया कि कटे हुए होंठ वाले बच्चों का आपरेशन होने के समय उनकी उम्र कम से कम 3 से 6 महीने व वजन 5 किलोग्राम होना चाहिए। तालू की समस्या वाले बच्चों की उम्र 9 से 12 महीने व वजन 5 किलोग्राम होनी चाहिए। प्रोजेक्ट अवेयरनेस असिस्टेंट स्माइल टेªन मो. आमीन खान ने बताया है पहले आपरेशन करवा चुके व परिणाम से असंतुष्ट मरीज भी निःशुल्क आपरेशन का लाभ उठा सकते है। इस मौके पर नोडल अधिकारी आरबीएसके डा. कमाल अशरफ सहित मनु श्रीवास्तव, रिंकू, सज्जन खाॅन, डाॅ मोहसिन आदि उपस्थित रहे।