कमोबेश यही हाल बलरामपुर और तुलसीपुर शुगर फैक्ट्रियों का है। यहाँ भी गन्ना पर्चियां न मिलने से किसानो के गन्ने खेतो में खडे है। बजाजा चीनी मिल के गन्ना किसानो को अभी तक पिछले वर्ष का बकाया भुगतान भी हो सका है जिसके लेकर गन्ना किसान काफी परेशान है। किसानो का आरोप है कि चीनी मिले बाहर का खन्ना खरीदने की होड में अपने क्षेत्र के किसानो का शोषण करती है। डीएम कृष्ण करुणेश ने कहा है कि पहले भी इस बारे में चीनी मिलो को चेतावनी जारी की गयी है। उन्होने कहा कि किसी भी दशा में किसानो का अहित नही होने दिया जायेगा।