बता दें कि शुक्रवार की शाम विश्राम चौरसिया के घर की तरफ से एक पत्थर रामू बढ़ई के घर में लगे टीन की छत पर जाकर गिरा। गुस्से में रामू बढ़ाई विशांत चौरसिया के घर पहुंचा। उस समय विश्राम चौरसिया के घर में उसकी 13 वर्षीय पुत्री वंदना चौरसिया और 5 साल की खुशबू ही मौजूद थे। रामू बढ़ई ने घर में पहुंचते ही किशोरी बंदना को पीटना शुरू कर दिया। बंदना जब कमरे के अंदर भागी तो रामू बढ़ई ने कमरे में रखा मिट्टी का तेल उसके ऊपर डाल कर आग लगा दिया। किशोरी के जलते ही रामू बाहर से दरवाजे की कुंडी बंद कर फरार हो गया।
घटना के समय वंदना चौरसिया का पिता विश्राम चौरसिया काम के सिलसिले में बाहर गया हुआ था तथा उसकी मां फूला देवी खेत में काम करने गई थी। बंदना की छोटी बहन 5 साल की मासूम खुशबू ने अपनी आंखों से इस पूरी घटना को देखा। जब बंदना की मां घर पहुंची तो कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था दरवाजा खोल कर वह अंदर गई तो वंदना का जला हुआ शव कमरे के अंदर पड़ा हुआ था। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने रामू बढ़ई के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
5 साल की मासूम खुशबू ने बताया कि वह अपने बहन के साथ घर के आंगन में घरोंदा बना कर खेल रही थी तभी रामू उसके घर पहुंचे और उसकी बहन की पिटाई की और पहले मिट्टी का तेल डाला फिर माचिस से आग लगा दी। पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने भी घटनास्थल का मुआयना किया और मृतका के परिजनों से बातचीत की। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बच्चों के बीच मामूली विवाद को लेकर यह घटना कारित की गई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी रामू बढई फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें लगा दी गई हैं। उन्होने कहा कि शीघ्र आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा।