चीनी मिलों को 4000 करोड़ रुपये के सॉफ्ट लोन का प्रावधान
राज्य सरकार ने गन्ना मूल्य भुगतान के लिए अनुपूरक बजट में चीनी मिलों को 4000 करोड़ रुपये के सॉफ्ट लोन का प्रावधान किया था। यह रकम निजी क्षेत्र की मिलों को पेराई सत्र 2017-18 के बकाया गन्ना मूल्य भुगतान के लिए राष्ट्रीयकृत, अनुसूचित, व्यावसायिक एवं उत्तर प्रदेश सहकारी बैंक के माध्यम से उपलब्ध कराई जानी थी।
गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने बताया कि पेराई सत्र 2017-18 में खरीदे गए गन्ने की मात्रा के सापेक्ष 4.50 प्रति क्विंटल की दर से चीनी मिलों को लगभग 430 करोड़ की धनराशि दी जाएगी। उन्होंने कहा है कि संबंधित उप गन्ना आयुक्त एवं जिला गन्ना अधिकारी यह राशि एस्क्रो एकाउंट के माध्यम से किसानों के खाते में तत्काल हस्तांतरित कराएंगे। इसका उपयोग भी गन्ना मूल्य भुगतान के लिए होगा।
बलरामपुर समूह को सर्वाधिक 365 करोड़ ऋण
– द्वारिकेश समूह की मिलों को 134.48 करोड़
– बलरामपुर समूह की मिलों को 365.08 करोड़
– उत्तम समूह को 101.31 करोड़
– बिडला समूह को 257.13 करोड़
– त्रिवेणी समूह को 364 करोड़
– डालमिया समूह को 150.07
– धामपुर समूह को 266.22 करोड़
– डीएससीएल को 201.73
– दौराला को 54.24 करोड़ का ऋण दिया गया है
– टिकौला समूह की चीनी मिलों को 5.69 करोड़ रुपये ऋण
– बिसवां को 31.52
– मोतीनगर को 47.76 करोड़
– एचएल पीलीभीत को 67.86 करोड़
– ऐरा को 118.94 करोड़
– नवाबगंज को 53.49 करोड़
– सेवरही को 365.08 करोड़
– न्योली को 34.36 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है।