ये भी पढ़ें- बादलों ने डाला डेरा, फिर हो सकती है तेज बारिश, कल बंद रहेंगे स्कूल, डीएम ने आदेश किए जारी जिलाधिकारी ने कहा यह- मामले में बांदा के जिलाधिकारी हीरा लाल ने गौशाला संचालक को क्लीन चिट देते हुए कहा कि इसमें किसी की गलती नहीं है। विद्युत आपूर्ति के दौरान अचानक तार टूटा है। यह घटना बेहद दुःखद है, लेकिन फिर भी एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच कराई जाएगी। वहीं बजरंग दल गोरक्षा संयोजक प्रभाकर सिंह का कहना है कि गांव में स्थित गोशाला के ऊपर से बिजली के हाईटेंशन तार गुजरते हैं। गोशाला में भी कई जगह बिजली के तार के लिए खंभे गड़े हैं। उन्होंने गोशाला संचालक पर आरोप लगाचे हुए कहा कि जर्जर तार जमीन पर झूलते रहते हैं, लेकिन गोशाला संचालक ने इसे कभी ठीक नहीं कराया। चंदेल ने कहा कि बिजली के खंभों के पास पुआल का ढेर लगा था, जिसे गाएं खा रही थीं। इस दौरान किसी गाय की सींग में बिजली का तार फंस गया और झटका लगने पर वह तेजी से भागी। इसी दौरान और तार टूटकर पुआल खा रही अन्य गायों पर गिरे, जिससे 21 गायों की मौत हो गई।