दरअसल बांदा में कुछ दिनों पहले वेल्डिंग का काम करने वाले युवक के प्रतिष्ठान में चोरों ने सेंध लगाई। इसके बाद तो इन लोगों ने दुकान में जो सामान मिला उसको समेटा और गल्ले में से नकदी भी पार कर दी। इसके चार दिन बाद चोरों ने उनका सारा सामान लौटाने के साथ ही अपनी मंशा भी जाहिर कर दी। मंशा जताने के लिए इन लोगों ने बोरी के ऊपर एक पर्चा भी चिपकाया था।
बांदा में दिनेश तिवारी ने आर्थिक तंगी के कारण 40 हजार हजार रुपये कर्ज लेकर घर के पास ही वेल्डिंग करने की दुकान खोली थी। वह मेहनत से काम करने जल्दी से जल्दी कर्ज पूरा करना चाहते थे। इसके लिए वह रोज सुबह दुकान खोलकर देर रात तक काम करते थे। रोजाना की तरह 20 दिसंबर की सुबह जब वह अपनी दुकान पर पहुंचे तो ताला टूटा मिला और औजार समेत अन्य सामान गायब थे।
इसको लेकर काफी परेशान दिनेश तिवारी ने खोजबीन भी की, लेकिन उनको सफलता नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने पुलिस को जानकारी दी थी। इस घटना के दो दिन बाद ही दुकान से चोरी गया पूरा सामान दुकान के पास एक खाली जगह पर बोरी के अंदर बंद मिला। उसमें चोरों की ओर से एक पर्चा चिपकाया गया था। लिखा था कि गलत सूचना के चलते उन्होंने घटना की, जिसका उन्हें खेद है। इस घटना के बाद से पुलिस भी हैरान है। यह प्रकरण क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है।