बतादें कि राफेल खरीद घोटाले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को ख़ारिज करते हुए इन आरोपों को गलत करार दिया है वहीं सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस फैसले को गलत बताया है। इसी से नाराज होकर आज दर्जनों भाजपाई प्रदर्शन करते हुए बांदा कलेक्ट्रेट पहुंचे व राहुल गांधी को उनके पद निष्कासित करने की मांग करते हुए राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौपा।
भाजपाइयों का कहना है की राफेल खरीद में घोटाला बताते हुए कोर्ट में चार याचिकाएं दाखिल की गई थी जिसमें निर्णय लेते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिकाये खारिज करदी हैं। कोर्ट ने याचिकाओं को खारिज करते हुए यह भी कहा है कि खरीद समझौते पर किसी प्रकार का संदेह करने का कोई ठोस आधार नजर नहीं आया। वायु सेना ने खरीद प्रक्रिया में मानकों का पालन पूरा किया है। कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार ने अपने कार्यकाल में राफेल खरीद को लटकाए रखा। अब इस पर बेबुनियाद दुष्प्रचार किया जा रहा है।
इसके साथ ही कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद यह साबित हो गया है कि राहुल गांधी और कांग्रेस ने इस मामले को सिर्फ अपने राजनैतिक हितों को साधने के लिए तूल दिया। ज्ञापन के माध्यम से मांग करि कि देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने और गंभीर झूठ बोलने के लिए राहुल गांधी को लोकसेवक पद से मुक्त किया जाए।