बसपा के टिकट पर ही 1996 में विधानसभा पहुंचे और कैबीनेट मंत्री भी बने
बांदा-चित्रकूट सीट से बीजेपी प्रत्याशी आर के सिंह पटेल ने बसपा से राजनीतिक सफर की शुरुवात की और 1994 में पहली बार मामूली अंतर से चुनाव हार गए थे। दूसरी बार बसपा के टिकट पर ही 1996 में विधानसभा पहुंचे और कैबीनेट मंत्री भी बने। तीसरी बार 2002 में बसपा से विधायक बने, किन्तु 2007 में बसपा से टिकट कटने पर सपा में शामिल होकर चुनाव लड़े, लेकिन मामूली अंतर से चुनाव हार गए। 2009 में सपा से ही सांसद बने।
मतदाताओं से की अपील
आर के सिंह पटेल ने एक नुक्कड़ सभा में जनता से अपील की है। “यदि आपको मैं पसंद नहीं हूं तो मुझे वोट देना, पर गठबंधन को वोट देकर उसे जरूर जिता देना, अपने वोट को बर्बाद न करना, कोई और नहीं जीतना नहीं चाहिए”। बीजेपी प्रत्याशी के इस अजीबों गरीब बयान से बीजेपी खेमे में हलचल मच गई है। बुद्धजीवी भी बीजेपी प्रत्याशी के इस बयान को समझ नहीं पा रहे हैं।