बता दें पिछले 18 दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां बांदा शहर के विकास भवन में अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठी हैं। इनकी मांग है कि उन्हें न्यूनतम मानदेय 4000 रुपये से बढ़ाकर 18000 रुपए दिया जाए। साथ ही योग्यता और वरीयता के आधार पर मुख्य सेविका में पदोन्नति की जाए। इसके अलावा सरकारी स्कूलों की तरह आंगनबाड़ी केंद्र को भी ग्रीष्म और शीतकालीन अवकाश की स्वीकृति दी जाए। इसी तरह 13 सूत्री मांगे हैं, जिनको लेकर काफी समय से ये प्रदर्शन कर रही हैं।
आंगबाड़ियों की हड़ताल का आज 20वां दिन
शनिवार को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने अशोक लाट तिराहे पर एक घंटा सड़क जाम कर प्रदर्शन किया व सरकार विरोधी नारे लगाए। इसके बाद आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां कलेक्ट्रेट पहुंचीं, जहं उन्होंने प्रदर्शन कर नारेबाजी की और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। आंगनबाड़ी ने कहा कि सरकार ने चुनावों के दौरान कहा था कि 120 दिन में इनका सम्मानजनक मानदेय कर देंगे, लेकिन 120 दिन पूरी होने के बाद भी सरकार ने इनके पक्ष में कोई फैसला नहीं किया है। इसे लेकर प्रदेश भर में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां पिछले 19 दिन से अनिश्चितकालीन कामबंद हड़ताल में बैठी हैं।
शनिवार को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने अशोक लाट तिराहे पर एक घंटा सड़क जाम कर प्रदर्शन किया व सरकार विरोधी नारे लगाए। इसके बाद आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां कलेक्ट्रेट पहुंचीं, जहं उन्होंने प्रदर्शन कर नारेबाजी की और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। आंगनबाड़ी ने कहा कि सरकार ने चुनावों के दौरान कहा था कि 120 दिन में इनका सम्मानजनक मानदेय कर देंगे, लेकिन 120 दिन पूरी होने के बाद भी सरकार ने इनके पक्ष में कोई फैसला नहीं किया है। इसे लेकर प्रदेश भर में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां पिछले 19 दिन से अनिश्चितकालीन कामबंद हड़ताल में बैठी हैं।
डीएम ने कहा- शांत हो जाइए वरना…
डीएम को ज्ञापन देने पहुंची आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां को बांदा डीएम का गुस्सा झेलना पड़ा। कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करने पर डीएम महोदय आंगनबाड़ियों पर भड़क गए। बता दें कि आंगनबाड़ी कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन व नारेबाजी कर रही थीं, तभी डीएम महेंद्र बहादुर सिंह अपने केबिन से बाहर आये और आंगनबाड़ियों पर भड़क गए। उन्होंने कहा आंगनबाड़ियों को समझाते हुए धमकी भी दे डाली। उन्होंने कहा कि आप लोगों को जो भी कहना है शांत रहकर अपनी बात रखा करिये, शोर मचने की जरूरत नहीं है। ये धरना समाप्त कर दीजिये और शोर मत मचाइए वरना मुक़दमा लिख कानूनी कार्यवाही कर दूंगा।
डीएम को ज्ञापन देने पहुंची आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां को बांदा डीएम का गुस्सा झेलना पड़ा। कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करने पर डीएम महोदय आंगनबाड़ियों पर भड़क गए। बता दें कि आंगनबाड़ी कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन व नारेबाजी कर रही थीं, तभी डीएम महेंद्र बहादुर सिंह अपने केबिन से बाहर आये और आंगनबाड़ियों पर भड़क गए। उन्होंने कहा आंगनबाड़ियों को समझाते हुए धमकी भी दे डाली। उन्होंने कहा कि आप लोगों को जो भी कहना है शांत रहकर अपनी बात रखा करिये, शोर मचने की जरूरत नहीं है। ये धरना समाप्त कर दीजिये और शोर मत मचाइए वरना मुक़दमा लिख कानूनी कार्यवाही कर दूंगा।
डीएम के बर्ताव से गुस्से में आंगनबाड़ी
डीएम के इस बर्ताव से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों में काफी आक्रोश देखने को मिला। आंगनबाड़ियों ने कहा की डीएम ने हमारा ज्ञापन तो ले लिया, पर न तो उसको पढ़ा और न ही हमारी बात सुनी। उल्टा मुक़दमा लिख कार्यवाही करने की धमकी दे रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने कहा कि ये धरना पूरे प्रदेश में चल रहा है। अगर डीएम साहब को धरना बंद कराना है तो पूरे प्रदेश का बंद कराएं। इसके बाद हम भी बंद कर देंगे।
डीएम के इस बर्ताव से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों में काफी आक्रोश देखने को मिला। आंगनबाड़ियों ने कहा की डीएम ने हमारा ज्ञापन तो ले लिया, पर न तो उसको पढ़ा और न ही हमारी बात सुनी। उल्टा मुक़दमा लिख कार्यवाही करने की धमकी दे रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने कहा कि ये धरना पूरे प्रदेश में चल रहा है। अगर डीएम साहब को धरना बंद कराना है तो पूरे प्रदेश का बंद कराएं। इसके बाद हम भी बंद कर देंगे।