एसी दफ्तर छोड़ बुंदेलखंड की पथरीली जमीन पर उतरेंगे अफसर ! बुंदेलखंड और विंध्य में सितंबर से जल कनेक्शन के बड़े अभियान को अंजाम तक पहुंचाने के लिए एसी दफ्तरों में हवा खाने वाले अफसरों को अपने आराम की कुर्बानी देनी होगी। ग्राउंड लेवल पर योजनाओं की नियमित निगरानी और कैंप करने के निर्देश के बाद विभाग के इंजीनियरों में हलचल तेज हो गई है। जल शक्ति मंत्री और प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव के सख्त रुख को देखते हुए इंजीनियर और अफसर सकते में हैं। जल शक्ति मंत्री ने कहा है कि अफसर युद्ध स्तर पर कार्य योजना बना कर बुंदेलखंड में कैंप करें और नियमित समीक्षा कर प्रगति की रिपोर्ट भेजें। किसी भी हाल में नवंबर के तय लक्ष्य को हासिल करना है।
एक एक गांव को लक्ष्य मान कर माइक्रो लेवन पर प्लानिंग बुंदेलखंड में सितंबर से जल कनेक्शन अभियान के लिए जल शक्ति मंत्री ने अफसरों को एक एक गांव को लक्ष्य मान कर माइक्रो लेवल पर प्लानिंग के निर्देश दिए हैं। ताकि घरों तक जलापूर्ति शुरू की जा सके। मोबाइल पर मैसेज के साथ ही उन्होंने गांवों में काम कर रही एनजीओ की कार्य क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पाइप लाइन हर घर के अंदर तक ग्रामीणों की सुविधा वाले स्थान तक पहुंचाई जाए। जल मंत्री ने कहा कि पाइप में जलापूर्ति शुरू होने के बाद ही टोंटी लगाएं। नमामि गंगे योजना की जिलेवार मानीटरिंग कर रहे सभी एडीएम को भी जल शक्ति मंत्री ने गांव गांव जा कर तैयारियों और गुणवत्ता की नियमित जांच करने और ग्रामीणों से बातचीत कर नल कनेक्शन पहुंचने की पुष्टि करने के निर्देश दिए हैं।
सपा और बसपा ने बुंदेलखंड को पानी से रखा वंचित: स्वतंत्र देव जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकारों ने बुंदेलखंड को पानी से हमेशा वंचित रखा। यही कारण रहा कि यहां पानी के अभाव में लोग दम तोड़ देते थे। ट्रेन से पानी मंगवाना मजबूरी बना था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से हर घर जल योजना से बुंदेलखंड में बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि यूपी के गांव-गांव हर घर तक 2024 तक जल पहुंचाने का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है।
बुंदेलखंड एक नजर में बुन्देलखण्ड क्षेत्र में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 32 परियोजनाओं के अन्तर्गत कुल 467 पाइप पेयजल योजनाएं निमार्णाधीन हैं। जिसमें 43 सतही जल आधारित योजनाएं और 424 भूजल आधारित योजनाएं हैं । इन योजनाओं में कुल 3823 राजस्व ग्रामों के कुल 7268705 आबादी के लिए 1195265 क्रियाशील गृह जल संयोजन ( FHTC) की व्यवस्था की जानी है। जिससे कुल 1195265 घरों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति होगी।