जनपद के पैलानी थाना क्षेत्र के 100/1 मौरंग खदान का है जहां पर इन दिनों मौरंग माफियाओं के हौसले इस कदर हावी है कि नदियों पर अवैध-खनन तो कर ही रहे हैं, साथ ही साथ नदी में अवैध पुल बनाकर भी ओवरलोड ट्रकों को परिवहन करा रहे हैं। मौरंग माफियाओ ने एक गरीब किसान की लगभग 10 बीघे के ऊपर खेतों को तहस-नहस करके ट्यूबवेल तोड़कर उसी खेत से अवैध रास्ता भी बना लिया है, किसान ने कई बार जिम्मेदार अधिकारियों से मामले की जानकारी देते हुए न्याय की गुहार लगाई है लेकिन किसान का दावा है कि मौरंग माफिया और अधिकारियों की सांठगांठ से ही यह अवैध रास्ता बनाया गया है जिसके चलते बाँदा जनपद के जिम्मेदार कोई भी अधिकारी कार्रवाई करने से बच रहे हैं।
मजबूर परेशान किसानों ने बताया है कि अगर न्याय नहीं मिला तो मजबूरी में परिवार सहित आत्महत्या करने और पलायन करने को मजबूर होना पड़ेगा, गांव छोड़कर अन्य शहर में अपना आशियाना बनाएंगे। मौरंग माफियाओ ने नदी की जलधारा को रोककर नदियों से-अवैध खनन तो कर रहे हैं, माफियाओं ने 100/1 में कई जगह 20 – 20 फीट गहरे गड्ढे खोदे हुए हैं जो कि नियम विरुद्ध माना जाता है लेकिन खनिज विभाग और मौरंग माफ़ियाओ की सांठगांठ से ये पूरा अवैध-खनन का खेल दिन-रात फल फूल रहा है। माफियाओं ने नदी में एक अवैध पुल भी बनाया है जिससे ओवरलोड ट्रकों का परिवहन खुलेआम करते हैं।
किसान की खेती उजाड़ रहे मौरंग माफिया
एनजीटी की मानें तो किसी भी मौरंग खदान पर अवैध 3 मीटर से अधिक नहीं खोदा जा सकता। मौरंग खदान मे अवैध- खनन व अवैध पुल के बाद अब किसान की खेती उजाड़ किसान के खेतों से अवैध रास्ता बनाकर खुलेआम ओवरलोड ट्रक निकाल रहे हैं। अवैध पुल से ट्रक निकलने से रोजाना हजारों जलीय जीव जंतु मर रहे हैं लेकिन जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं। अगर लखनऊ मुख्यालय की टीम पूरे मामले की जांच करती है तो इस अवैध खनन और पूरे मामले पर एक बड़ी कार्रवाई होगी, साथ ही साथ जलीय जीवों की रक्षा हो जाएगी और जिस किसान के खेत से अवैध रास्ता बनाया गया है उसे भी न्याय मिल जाएगा।