मंगलवार को कराया गया था भर्ती दिल की बीमारी की वजह से मुख्तार और उनकी पत्नी को मंगलवार की शाम बांदा पुलिस ने पीजीआई में भर्ती कराया था। जहां कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. पीके गोयल की देखरेख में इलाज के साथ ही एंजियोग्राफी, MRI समेत तमाम जांचे हुई। ये सभी रिपोर्ट सामान्य निकलने पर PGI ने मुख्तार को गुरुवार को छुट्टी दे दी।
जेल में बिगड़ी थी दोनों की हालत आपको बता दें कि 9 जनवरी की दोपहर मुख्तार अंसारी की हालत उस समय बिगड़ गयी थी जब उनकी पत्नी अफशा उनसे मुलाकात करने पहुंची थीं। मुख्तार अंसारी के बेहोश होते ही उनकी पत्नी की भी तबियत बिगड़ी थी और दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से उन्हें लखनऊ में पीजीआई के लिए रेफर किया गया। मंगलवार शाम को ही पीजीआई के डाक्टरों ने एनजीओग्राफी के बाद हार्ट अटैक की थ्योरी को खारिज कर दिया था। चेकअप के बाद डॉक्टरों ने उन्हें पूरी तरह से फिट करार दिया और अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया।
बेटे अब्बास ने सरकार पर खड़े किए सवाल मुख्तार को डिस्चार्ज करने पर समर्थकों ने पीजीआई में हंगामा भी काटा। उनके बेटे अब्बास अंसारी ने सरकार पर सवाल खड़े किये। अब्बास अंसारी ने आरोप लगाया कि सरकार के दबाव में मुख्तार अंसारी को डॉक्टरों ने डिस्चार्ज किया। उनकी तबियत अभी भी नासाज है। फिलहाल मुख्तार अंसारी को वापस बांदा जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। सुरक्षा के लिहाज से लखनऊ पुलिस पीएसी ने जिले की सीमा तक मुख्तार अंसारी को छोड़ा। बांदा जेल के सुरक्षा कार्मियों के साथ रास्ते के सभी जिलों की फोर्स अपनी सीमा में मुख्तार को ले जा रही गाड़ियों पर नजर रख रही थी। मुख्तार को बांदा जेल तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद था।