बता दें की बीते दो महीने पहले 3 सितम्बर को बाँदा जनपद के अतर्रा कसबे के आवास में चोरों ने लाखों की नकदी और जेवरों की चोरी को अंजाम दिया था । घटना के समय सीओ राजीव प्रताप सिंह की पत्नी शहर के बाहर थी । तहसील दिवस के बाद जब सीओ साहब अपने आवास पहुंचे तो ताला टूटा हुआ था और घर के अंदर सारा सामान बिखरा पड़ा था और कीमती गहने और नगदी नदारद थी । पीड़ित सीओ ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी थी और देखते ही देखते पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया । इस चोरी का खुलासा करने के लिए बाँदा पुलिस ने कई टीमें बनाई थी जिसपर पुलिस ने तीन चोरों को चोरी के सामान के साथ गिरफ्तार कर लिया है । इस खुलासे के बारे में बाँदा के पुलिस अधीछक गणेश प्रसाद साहा ने बताया की दो महीने पहले अतर्रा के सीओ आवास में लाखों की चोरी हुई थी जिसपर पुलिस ने तीनो चोरों को गिरफ्तार कर लिया है व इनके पास से नकदी व जेवर भी बरामद कर लिए हैं । अधीछक ने बताया की चोरों का कहना है की वो सभी गाजियाबाद के रहने वाले हैं और प्रमुखता डॉक्टर्स कॉलोनी को ही निशाना बनाते थे, सीओ आवास डॉक्टर्स कॉलोनी में है, आवास के बाहर नेम प्लेट नहीं लगी थी जिससे डॉक्टर का मकान समझकर इस चोरी को अंजाम दिया था । पुलिस अधीछक ने बताया की तीनो चोरों से पूछतछ कर कई और चोरियों की जानकारी भी ली गयी है ।