जेई के पहले वाले मकान को खंगाला
यौन शोषण के आरोपी निलंबित जेई रामभवन के खिलाफ सीबीआई टीम पुराने रिकार्डों को भी खंगाल रही है। शनिवार की देर रात 12 बजे टीम जेई को उसके पुराने किराये के मकान पर लेकर पहुंची। इस मकान पर रहते हुए वर्ष 2012 में एक किशोरी के खुदकुशी के मामले में जेई का नाम जुड़ा था। वहां पर टीम ने जेई का कई ग्रामीणों से आमना-सामना कराया। इसके बाद रात को ही जेई संग रसिन बांध के रेस्ट हाउस पहुंची।
शनिवार की रात ही सीबीआई की टीम ने तय कर लिया था कि आज ही सारा काम निपटाना है। पहले देर शाम को टीम जेई के घर जांच के लिए दोबारा गई। इसके बाद देर रात को जेेई के उस घर पहुंची, जहां चित्रकूट में नौकरी ज्वाइन करने के समय किराये में रहता था। जेई ने कभी विभागीय कालोनी के आवास पर ठिकाना नहीं बनाया। सिंचाई विभाग दफ्तर के सामने ही कपसेठी गांव में एक मकान में वह किराये में रहता था। इसी गांव की एक किशोरी ने 2012 में खुदकुशी की थी, जिसमें जेई की संलिप्तता बताई गई थी।
अभी चित्रकूट में ही रुकी है एक टीम
जेई रामभवन को बांदा जेल पहुंचाने बाद भी एक टीम अभी भी चित्रकूट में डेरा जमाए है। रेस्ट हाउस में जेई के पास मिली फाइलें व अन्य रिकार्ड का मिलान किया जा रहा है। उधर, जेई के अधिवक्ता अनुराग सिंह ने दावा किया कि महज एक एफआईआर से जेई दोषी नहीं है। इसका कोर्ट में पूरा ट्रायल होगा। अब तक सीबीआई को जेई के लैपटाप या मोबाइल से ज्यादा महत्वपूर्ण जानकारी नहीं मिली है।