सभी के जान में जान तब आई जब घटना स्थल पर पहुंचते ही पता चला कि ये सिर्फ रेल हादसे के बचाव कार्य का नाटक रूपांतरण रिहर्सिल है। वास्तविकता में रेल के डब्बे को पलटाकर् इस अफवाह को रेल व पुलिस प्रशासन द्धारा उड़ाया गया ताकि सभी मौके में पहुंचकर बचाव कार्य में लग जाए। नाटकीय रूप में सभी मौके पर पहुंचे व घायलों को डब्बे से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया।
बांदा के रेलवे स्टेशन के पास रेल हादसे में बचाव कार्य को नाटक रूपांतरित कर दिखाया गया। हुआ कुछ यूं कि रेलवे व प्रशासन की टीम ने एक जुटता दिखाते हुए क्रेन मशीन बुलाकर रेल के एक डब्बे को पलटवा दिया और इसकी सूचना पूरे शहर में हवा की तरह फ़ैल गई। लोगो में हलचल मच गया और लोग रेलवे स्टेशन की तरफ भागे । रेल प्रशासन ने डब्बे पलटने की सूचान सेफ्टी आफिसर को दी और सुरछा व बचाव टीम मौके पर पहुंच गए और फिर शुरू हुआ नाटकीय बचाव राहत कार्य।
सूचना मिलते ही सीओ सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट आदि मौके पर पहुंचे व घायलों को अस्पताल पहुंचाया, सुरछा टीम ने घायलों को डब्बे से बाहर निकाला व अस्पताल पहुंचाया, लोग खड़े तमाशा देखते रहे, कुछ समय के लिए लोगो को ऐसा लगा की वास्तव में ये एक रेल हादसा है पर देखते ही देंखते शहर वासी समझ गए की ये सिर्फ एक टेस्ट है की अगर कभी भी बाँदा जनपद में कोई रेल हादसा होता है तो रेल प्रशासन कितना मुस्तैद है।
बांदा के बलखंडी नाका चौकी प्रभभारी उपेन्दर सिंह ने घायलों को स्टेचर से एम्बुलेंस तक पहुंचाया व एम्बुलेंस घायलों को लेकर अस्पताल के लिए रवाना हो गई। इस नाटकीय आपरेसन के बारे में सेफ्टी आफिसर व बांदा सीएमओ डा० संतोष कुमार ने बताया की हमने आज ऐसी सिचुयेशन क्रिएट की ये एक ट्रेन हादसा है, सभी एजेंशिओं को जानकारी दी, झांसी स्टाफ को भी सूचना दी, रेलवे टीम व मेडिकल टीम भी मौके पर पहुंची, हमने दिखाया की किस तरह से हम रेल हादसे में यात्रिओं को बचाने का कार्य कर सकते है, इसमें हमने ये भी देखा है आज जो भी कमियां यहां बचाव कार्य में रही है उनमें कैसे सुधार किया जा सकता है।