ग्रामीणों ने दुरेड़ी खदान के संचालक को बंधक बना लिया। मौके पर मौजूद पुलिस व प्रशासनिक अफसर रफूचक्कर हो गए। बाद में बच्ची का जिला अस्पताल में इलाज कराया गया। पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों को कोतवाली में बैठा लिया है। फिलहाल अभी किसी भी पक्ष की रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है।
ये है पूरा मामला
पिछले एक पखवारे से शहर में पानी के लिए त्राहि-२ मची हुई है। इसके विरोध में रोजाना शहर में कहीं न कहीं विरोध प्रर्दशन किए जा रहे हैं। पिछले दिनों डीएम हीरालाल ने नदी का निरीक्षण कर कहा था कि नदी के सब्जी फरोशों ने नदी की जलधारा रोक दी है जिससे इंटेक्वेलो तक पानी नहीं पहुंच रहा, ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जल संस्थान के अफसरों को कड़ी हिदायत दी थी कि शहर की पेयजल समस्या तत्काल दूर की जाए। इसी को लेकर आज जल संस्थान कर्मचारी दुरेड़ी खदान पहुंचे। यहां खदान में लगी मशीनों के जरिए इंटेक्वेलों तक पानी पहुंचाने के लिए दो किलोमीटर लंबे चैनल की खुदाई शुरू की गई।
खुदाई के दौरान वहीं खेल रही सब्जी फरोश की चार साल की मासूम बच्ची खोदे गए चैनल के पानी भरे गड्ढे में गिर गई। हालांकि तत्काल उसे सकुशल बाहर निकाल कर जिला अस्पताल भिजवा दिया गया। उधर खोदे जा रहे चैनल से उजड़ती सब्जी बारियों से भन्नाए गोंड़ीबाबा व लडाका पुरवा के ग्रामीण बच्ची के पानी के गडढे में गिरने से भड़क उठे। इसी बात पर ग्रामीणों का खदान संचालक से विवाद हो गया। खदान संचालक ने सूचना दी तो एडीएम, कोतवाल और कई चौकियों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। हालांकि अफसरों व पुलिस की मौजूदगीं में ग्रामीणों ने खदान संचालक की जमकर पिटाई कर दी, पुलिस मूकदर्शक बनी रही। मामला संभलते न देख अफसर व फोर्स मौके से खिसक गए।
नदी किनारे सब्जी की फसल करने वालों ने नदी की जलधारा रोकी
जिला अस्पताल के सीएमएस ने बताया कि एक बच्ची नदी में गिर गई थी जिसको अस्पताल में लाया गया था। उसका उपचार किया गया है और अब वो खतरे से बाहर हैं। वहीं इस बारे में अपर एसपी ने बताया कि इस समय जनपद में पानी का संकट गहराया हुआ है। केन नदी भी सूख गई है। नदी किनारे सब्जी की फसल करने वालों ने नदी की जलधारा रोक दिया था जिस पर उसे ठीक कराया जा रहा था। एक बच्ची गढ्ढे में गिर गई थी। जिसको अस्पताल पहुंचाया गया था, अब उसकी हालत ठीक है।