मामला बांदा जनपद के कमासिन क्षेत्र के बेनामऊ गांव का है जहां पर दो महीनों से सरकारी ट्यूबबेल बिगड़े पड़े है न ही कोई बनवाने आता है और न ही अधिकारियों के फोन रिसीव होते है, बारिश न होने पर किसान परेशान हैं, धान की बेड भी नहीं बो पा रहे हैं। किसानों ने बताया कि दो महीने पहले तेज आंधी आई थी जिसमें विधुत के कई पोल टूट गए थे, जिससे किसानों ने उच्च अधिकारियों को सूचना भी दिया था।
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मगर अभी तक नहीं कोई कार्रवाई हुई न ही बना, किसानों ने बताया कि हम अपने पैसो से विधुत पोल लेकर आये थे, लाइनमैन ने ट्रान्सफार्मर नीचे उतार कर रख दिया था, अब ट्रान्सफार्मर नहीं चढ़ा रहे है। किसान ने बताया कि जब अधिकारियों से इस विषय में बात करने के लिए करते है तो फोन ही नहीं उठता है। अब धान की बेड बोना था इसलिए किसान परेशान है। किसानों को चिंता सता रही है लेकिन यहां के प्रतिनिधि हाथ में हाथ रखे हुए है इसलिए सरकार के दावे व वादे फेल होते दिख रहे है। किसानों ने बताया कि जानवरों तक को पीने का पानी मिल रहा है, जिससे गांव में जानवरों तक की मौते हो रही है।