पुलिस ने महिला को गांव के ही एक कमरे में बंद कर उसके पति का अंतिम संस्कार कराया। वहीं ग्रामीणों की मानें तो वह एक गरीब महिला है उसके पास सरकारी आवास नहीं है और पति ही उसका एक मात्र सहारा था, जिससे हताश होकर उसने ऐसा कदम उठाया है।
पुलिस की सूझबूझ ने महिला को बचाया
मामला कुछ यूं है कि बांदा जनपद के नरैनी तहसील अन्तर्गत सहबाजपुर गांव की रहने वाली महिला सावित्री के पति का बीती रात स्वर्गवास हो गया। पति के स्वर्गवास के बाद महिला ने गांव वालों से कहा कि मेरे पति का स्वर्ग वास हो गया है और मैं इनके शरीर के साथ ही अपने प्राण त्याग दूंगी (सती हो जाउगीं ) इतना कहते ही ये बात आग की तरह फैल गई और बांदा जिले के साथ साथ मध्य प्रदेश के पन्ना जिले व छतरपुर जिले की जनता दौडती हुई सती को देखने आई लेकिन प्रशासन की सूझबूझ के कारण महिला को सुरक्षित बचा लिया गया।
करीब पांच किलोमीटर लम्बा लगा जाम
पुलिस ने महिला को समझाने का प्रयास किया लेकिन महिला के अपनी बात में अड़े रहने पर पुलिस प्रशासन ने महिला को एक कमरे में बंद कर दिया और उसके पति के मृत शरीर का अंतिम संस्कार कराया। दूर-दूर से देखने आए हजारों लोगो ने कई बीघा फसल अपने पैरो से रौंद कर खराब कर दी व पुलिस को जद्दों जहद करनी पड़ी करीब पांच किलोमीटर लम्बा जाम लगा रहा। यहां तक मौके पर मौजूद अधिकारी भी घंटो जाम में फसें रहे। महिला सुरक्षित घर में है और उसके पति का प्रशासन की मौजूदगी पर क्रिया कर्म कर दिया गया है।