प्रशांत ने बताया कि मंगलवार आधी रात के बाद कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम बस अड्डे पर एक मरीज के होने की सूचना पर वह अंगडी के साथ वहां पहुंचा। मरीज को खून की उल्टी हो रही थी। कुछ देर में मरीज बेहोश हो गया। सीपीआर देने के बावजूद वह होश में नहीं आया। वह मर चुका था। लेकिन मौत की पुष्टि के लिए मरीज को लेकर मल्लेशवरम स्थित के. सी. जनरल अस्पताल गए। जहां चिकित्सकों ने बताया कि मरीज की मौत हो चुकी है।
प्रशांत और अंगडी ने बताया कि मरीज का एक बैग उनके पास ही था। बैग में तीन मोबाइल फोन और 13,500 रुपए थे। दोनों सामान सहित नकद रख भी लेते तो किसी को पता नहीं चलता। लेकिन दोनों ने नकद और सभी सामान उप्पारपेट पुलिस को सौंप दिया। प्रशांत ने कहा मरीज के साथ उसके सामान की रक्षा 108 कर्मचारियों का फर्ज है।