उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने केवी में दाखिले के लिए सांसद यानी एमपी कोटा सहित पूर्व कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए निर्धारित कोटे को खत्म कर दिया है। अभी तक सांसदों के कोटे के माध्यम से प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत में कक्षा एक से नौवीं तक में प्रवेश के लिए 10 छात्रों की सिफारिश की जा सकती थी।
72 फीसदी नए मरीज बेंगलूरु से
बेंगलूरु. स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को बेंगलूरु में 1,176 सहित प्रदेश में कोविड के 1,624 नए संक्रमितों की पुष्टि की। हालांकि, 1,647 संक्रमित स्वस्थ भी हुए। प्रदेश में अब कोविड के 8,836 उपचाराधीन मरीज हैं। कोविड से कुल 40,094 मरीजों की मौत हुई हैं। इनमें से दो की पुष्टि बुधवार को हुई। प्रदेश में बुधवार को कोविड टेस्ट पॉजिटिविटी दर 4.87 फीसदी रही।
10 से ज्यादा नए मामले वाले जिले बढ़े
धारवाड़ जिले मेें 58, मैसूरु जिले में 42, बेंगलूरु ग्रामीण जिले में 35, हासन जिले में 35, कलुर्गी जिले में 30, बल्लारी जिले में 31, कोलार जिले में 28, मण्ड्या जिले में 17, बेलगावी जिले में 25, दक्षिण कन्नड़ जिले में 20, चिकबल्लापुर जिले में 15, उत्तर कन्नड़ जिले में 12 और चामराजनगर जिले में 11 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई।
स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में बुधवार को कोविड के कुल 33,336 नमूने जांचे और 2,53,999 लोगों का टीकाकरण हुआ।
डेंगू, मलेरिया के बढ़ते मामलों के बीच खुद को बचाएं : सुधाकर
बेंगलूरु. Karnataka में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़े हैं। आगे भी इसकी संभावना है।
ऐसे में स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने लोगों से एहतियात बरतने सहित सुरक्षात्मक उपाय अपनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मच्छरों से बचना जरूरी है। इसके लिए ऐसी कोई भी परिस्थिति पैदा नहीं करें, जो मच्छरों के अनुकूल हो। स्वास्थ्य विभाग अपनी तरफ से सतर्क है और साफ-सफाई सहित तमाम नियंत्रण उपायों को गंभीरता से ले रहा है।
उन्होंने कहा कि पहले मलेरिया के लिए उचित परीक्षण सुविधाएं नहीं थीं। अब जब भी किसी को बुखार होता है, तो जरूरत पडऩे पर मलेरिया की जांच भी होती है। किसी भी बीमारी से लडऩे के लिए समाज में जागरूकता पैदा करना बेहद जरूरी है।