इन वाहनों में हजारों मजदूर सवार थे। इनकी हालत देख जिला प्रशासन ने सभी मजदूरों को कर्नाटक पश्चिम-पूर्व सड़क परिवहन निगम की बसों की व्यवस्था कर उन्हें उनके गांंव तक पहुंचाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि २,४३७ मजदूर राजस्थान के मूल निवासी हैं। भेजने से पहले इन सभी राजस्थानी मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इन मजदूरों को राजस्थान तक पहुंचाया जाएगा।
जिलाधिकारी वाई.एस.पाटिल ने सात अधिकारियों के एक दल के साथ इन मजदूरों को भेजा। सभी मजदूरों को अगले तीन दिनों के लिए भोजन, नाश्ते के पैकेट , पानी की बोतलें, बिस्कुट व अन्य जरूरी चीजें दी गई हैं। साथ में चार चिकित्सक और दस स्वास्थ्य कर्मचारी भी हैं। सभी मजदूरों ने जिला प्रशासन और सरकार को धन्यवाद दिया। घर वापसी के समय उनकी आंखें नम हो गईं थीं।