प्रभावित जिलों में आपदा प्रबंधन के लिए प्रत्येक जिले हेतु ५ करोड़ रुपए आरक्षित रखा गया है। वहीं राज्य सरकार ने दक्षिण कन्नड़ और उडुपी प्रत्येक जिले के लिए ३-३ करोड़ रुपए जारी किया है। वहीं मौजूदा समय में दक्षिण कन्नड़ प्रशासन ने आपदा प्रबंधन एवं राहत कार्यों के लिए ६.९ करोड़ आरक्षित रखा है। जिले में आपदा का ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा कि पिछले करीब दस दिनों के दौरान जिले में हुई भारी बारिश से सात लोगों की मौत हुई है। प्रत्येक पीडि़त के परिजन के लिए ५ लाख रुपए की मुआवजा राशि जारी की गई है। साथ ही कृषि, बागवानी और पशुपालन विभागों को जिले में बारिश से हुए नुकसान का पूर्ण ब्यौरा देने को कहा गया है।
जिले में अब तक २६२ ट्रांसफॉर्मर को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि जिला उपायुक्त को निर्देश दिया गया है कि जब तक कोई अपरिहार्य स्थिति न हो तब तक संबंधित विभागों के कर्मचारियों को छुट्टी न दी जाए। साथ ही अधिकारियों के साथ साप्ताहिक बैठक करने का निर्देश दिया गया है ताकि वर्षा प्रभावित क्षेत्रों की पूरी स्थिति और राहत का विवरण मिल सके।
मक्कुटा-पेरुमबाडी मार्ग को १२ जुलाई तक बंद रखने के निर्देश
इस बीच सार्वजनिक सुरक्षा के हित में कोड़ुगु जिला उपायुक्त श्रीविद्या ने मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 115 और कर्नाटक मोटर वाहन नियम 1989 (संशोधन कोड 1990) और नियम 221-ए (5) के तहत मक्कुटा और पेरुमबाडी के बीच की सडक़ पर वाहनों की आवाजाही पर १२ जुलाई तक रोक लगा दी है। हालांकि यात्री वैकल्पिक रूप से गोयनिकोप्पा-पोन्नमपेट-श्रीमंगला रोड का उपयोग कर सकते हैं।