घटना उत्तर कन्नड़ जिले के कासरकोड गांव की है। तीनों ने यह कदम उठाया ताकि लोगों को उनके संदिग्ध होने का पता न चले और बिना रोकटोक कहीं भी आ जा सकें। सागर तालुक से होन्नावर पहुंचने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने होम क्वारंटाइन स्टैंप लगाया था।
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार तीनों ने रसायन (Chemical) की मदद से स्टैंप से छुटकारा पाने की कोशिश की लेकिन मामला उलटा पड़ गया। रसायन से हाथ झुलस गए। मामला प्रकाश में आने के बाद तीनों को चेतावनी दे छोड़ दिया गया। हालांकि अधिकारियों ने अगली बार ऐसा करने पर सख्त कार्रवाई (take severe action) की बात कही है।