बेंगलूरु शहरी उपायुक्त जे. मंजूनाथ ने बताया कि सभी संक्रमित असिंप्टोमेटिक हैं। सभी आठवीं से लेकर 12वीं कक्षा के छात्र हैं। सभी की उम्र 18 वर्ष से कम है। कुल 497 लोगों का परीक्षण हुआ, जिसमें 297 छात्र और 200 कर्मचारी शामिल हैं। 33 बच्चे और एक कर्मचारी के नमूनों में संक्रमण की पुष्टि हुई। शेष की जांच रिपोर्ट आनी है। स्वास्थ्य विभाग ने स्कूल में मेडिकल टीम तैनात कर दी है। वरिष्ठ चिकित्सक हर दो घंटे में परिसर का दौरा कर रहे हैं। चिंता का कोई कारण नहीं है।
बेंगलूरु शहरी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. श्रीनिवास गुलूर ने कहा कि किसी को भी अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया है। पूरे स्कूल परिसर को सील कर दिया गया है और सभी 32 सकारात्मक बच्चों को स्कूल मेडिकल सेंटर और छात्रावास में कोविड के दिशा-निर्देशों के अनुसार अलग कर दिया गया है। स्कूल के तकरीबन सभी कर्म टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं।
मंजूनाथ ने कहा कि सभी प्राथमिक संपर्कों का परीक्षण करने के लिए कदम उठाए गए हैं। मामले का संदेह तब हुआ जब नागपुर के दो बच्चों ने बुखार की शिकायत की। उनका परीक्षण किया गया और वे सकारात्मक पाए गए। कुछ छात्रों के माता-पिता उन्हें नागपुर और हैदराबाद ले गए हैं और बेंगलूरु जिला निगरानी अधिकारी ने संबंधित राज्य प्रशासन को नोटिफिकेशन भेजा है। सभी प्राइमरी व सेकेंडरी संपर्कों के साथ-साथ शेष छात्रों का परीक्षण करने के लिए कदम उठाए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को संदेह है कि दो छात्रों के कारण संक्रमण का प्रसार हुआ। महादेवपुरा जोन में रहने वाले ये दोनों कोविड के लक्षणों के साथ स्कूल आए थे। शुरुआती जांच में दोनों कोविड पॉजिटिव निकले थे। इसके बाद अन्य छात्रों का परीक्षण किया गया। स्कूल ने दो दिनों की छुट्टी घोषित की है। सोमवार से परीक्षाएं होने वाली थीं। इसके बाद ऑनलाइन कक्षाएं फिर से शुरू होंगी।