script58 आरोपी आए गिरफ्त में, 274 दोपहिया वाहन जब्त | 58 accused arrested, 274 two-wheeler seized | Patrika News

58 आरोपी आए गिरफ्त में, 274 दोपहिया वाहन जब्त

locationबैंगलोरPublished: Mar 27, 2019 01:51:35 am

पश्चिम संभाग पुलिस ने दुपहिया वाहनों की चोरी के 58 आरोपियों को गिरफ्तार कर 93 लाखरुपए की 274 दुपहिया वाहन जब्त किए हैं।

58 आरोपी आए गिरफ्त में, 274 दोपहिया वाहन जब्त

58 आरोपी आए गिरफ्त में, 274 दोपहिया वाहन जब्त

बेंगलूरु. पश्चिम संभाग पुलिस ने दुपहिया वाहनों की चोरी के 58 आरोपियों को गिरफ्तार कर 93 लाखरुपए की 274 दुपहिया वाहन जब्त किए हैं। ११२ वाहनों की चोरी के मामले पश्चिम संभाग के पुलिस थानों में और अन्य ७८ वाहनों की चोरी के मामले अन्य पुलिस थानों में दर्ज हैं। ८८ वाहनों के मालिकों का पता नहीं चला है।

मागड़ी रोड पुलिस ने तुमकूरु के दिनेश (३१), तावरकेरे के महेश (२४), बन्नरघट्टा के प्रवीण कुमार (३२) और हासन के फयाज शरीफ (२१) को गिरफ्तार कर ५५ वाहन और एक ऑटो जब्त किया। बैटरायनपुर पुलिस ने अप्पाजी गौड़ा (२५) नामक एक वाहन चोर को गिरफ्तार कर ४४ बाइक और स्कूटर जब्त किया।

कामाक्षीपाल्या पुलिस ने वृषाभावती नगर के पुनीत (२६), सुंकदकट्टे के प्रमोद (२१), उल्लालू के त्रिवेणी कुमार (१९), कोट्टिगेपाल्या के पुरुषोत्तम (२६) और कामाक्षीपाल्या के रमेश (२०) को गिरफ्तार कर १९ बाइक जब्त की। केपी अग्राहर पुलिस ने जेजे नगर के मुबारक पाशा (२४) और अग्रहार दासरहल्ली के योगराज (२८) को गिरफ्तार कर २८ मोटर साइकिल और स्कूटर जब्त किए।

सभी आरोपी घरों और पार्किंग स्थल में खड़े वाहन नकली चाबियों से या लॉक तोडक़र चुराते थे। इसी तरह अन्य आरोपियों को भी वाहनों की चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिस ने कुल ५८ आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस आयुक्त टी सुनील कुमार ने वाहनों को उनके मालिकों के हवाले किए।

खनन उद्योग में बदहाली को लेकर मजदूरों का प्रदर्शन
बेंगलूरु. बल्लारी और चित्रदुर्ग जिलों के साथ-साथ आसपास के खनन इलाकों में खनन पर निर्भर करने वाले करीब 6,000 लोगों ने मंगलवार को यहां कर्नाटक में खनन उद्योग की बदहाली को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।


प्रदर्शनकारियों ने सरकार से उनकी आजीविका की रक्षा करने की अपील की। कर्नाटक गनी अवलंबितहरा वेदिके (केजीएवी) के सदस्यों ने बेंगलूरु के फ्रीडम पार्क में प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खनन पर प्रतिबंध से भारी पैमान पर लोग बेरोजगार हुए हैं।

केजीएवी प्रवक्ता राजकुमार एस. ने कहा, सर्वोच्च न्यायालय द्वारा खनन कार्य शुरू करने की अनुमति देने के बाद भी आजीविका को लेकर भारी अनिश्चितता बनी हुई है, क्योंकि उत्पादन की सीमा, ई-नीलामी और अन्य कई प्रतिबंधों के कारण खनन क्षमता घट गई, जिससे लौह-अयस्क उद्योग में स्थिरता आ गई है।


उन्होंने कहा कि सिर्फ कर्नाटक के खनन क्षेत्र में भेदभाव की नीतियां होने के कारण लाखों लोगों की आजीविका को लेकर अस्थिरता की स्थिति बनी हुई है। दुनियाभर में ऐसा कहीं नहीं है। हम सरकार से मुक्त व्यापार की अनुमति और आयात की जगह घरेलू लौह अयस्क को वरीयता देकर हमारी आजीविका सुनिश्चित करने की अपील करते हैं।

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