विभाग के अनुसार उन्हें आभूषण दुकानों में बेहिसाबी आभूषण होने की गुप्त सूचना मिली थी। इसी आधार पर २० अधिकारियों के एक दल ने औचक रूप से छापा मारा। विभाग ने दुकानों में अंदर से रोलिंग शटरों को बंद कर सोने के आभूषण का वजन और इसकी कीमत का अंदाजा लगाया। चिकपेट के थोक व्यापार क्षेत्र रंगनाथ मैनशन और सकालाजी मार्केट की दुकानों पर छापे मारे गए।
इस दौरान अधिकारियो ने कई दस्तावेजों की भी जांच पड़ताल की और कुछ दस्तावेज अपने साथ ले गए। अधिकारियों ने बताया कि शुरूआती छानबीन में पता चला है कि १.३० करोड़़ रुपयों का जीएसटी धोखाधड़ी भी हुआ है।
वाणिज्यिक कर आयुक्त एमएस श्रीकर ने कहा कि करीब २३ दुकानों पर छापेमारी की गई। विभाग को सूचना मिली थी कि अन्य राज्यों के कई व्यापारी नियमित रूप से बेंगलूरु का दौरा करते हैं और बिना वैध दस्तावेजों के सोने के गहने यहां से खरीदकर अपने राज्य या शहर ले जाते हैं।
चिकपेट के स्वर्ण विक्रेता उन्हें बिना जीएसटी चालान के आभूषण बेचते थे। इससे जीएसटी चोरी होती थी। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने दो व्यक्तियों को पकड़ा जो बिना दस्तावेजों के अपने बैग में 3.5 किलोग्राम सोने के आभूषण लेकर जा रहे था।