बता दें कि पड़ोसी राज्यों आंध्रप्रदेश और तेलंगाना ने कोरोना की महामारी को देखते हुए विद्यार्थियों को उनके पूर्व की परीक्षाओं में मिले अंकों के आधार पर उत्तीर्ण करने का निर्णय लिया है वहीं राज्य शिक्षा विभाग परीक्षा की योजना पर अटल है।
परीक्षा के लिए सभी आवश्यक इंतजाम
प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार ने बुधवार को सरकार के इस कदम का बचाव करते हुए कहा कि हमने विद्यार्थियों के हित में विशेषज्ञों, विपक्षी दलों से परामर्श के बाद यह फैसला लिया है। हमने परीक्षा के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए हैं। सभी परीक्षा केन्द्रों को सैनिटाइज किया गया है।
प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार ने बुधवार को सरकार के इस कदम का बचाव करते हुए कहा कि हमने विद्यार्थियों के हित में विशेषज्ञों, विपक्षी दलों से परामर्श के बाद यह फैसला लिया है। हमने परीक्षा के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए हैं। सभी परीक्षा केन्द्रों को सैनिटाइज किया गया है।
परीक्षा जिंदगी से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमार स्वामी ने सरकार के इस कदम की निंदा की है। उन्होंने कहा कि परीक्षा जिंदगी से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है। सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। यदि कुछ अप्रिय हुआ तो क्या सरकार उसकी जिम्मेदारी लेगी। हालात अनुकूल रहे परीक्षा बाद में भी ली जा सकती है।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमार स्वामी ने सरकार के इस कदम की निंदा की है। उन्होंने कहा कि परीक्षा जिंदगी से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है। सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। यदि कुछ अप्रिय हुआ तो क्या सरकार उसकी जिम्मेदारी लेगी। हालात अनुकूल रहे परीक्षा बाद में भी ली जा सकती है।
19 विद्यार्थी नहीं दे पाएंगे परीक्षा
शिक्षा विभाग के अनुसार राज्य में कुल 19 विद्यार्थी परीक्षा नहीं दे पाएंगे क्योंकि इनमें से दस कोरोना पॉजिटिव हैं और बाकी के नौ क्वारंटाइन में हैं।
शिक्षा विभाग के अनुसार राज्य में कुल 19 विद्यार्थी परीक्षा नहीं दे पाएंगे क्योंकि इनमें से दस कोरोना पॉजिटिव हैं और बाकी के नौ क्वारंटाइन में हैं।