अप्रेल के पहले सप्ताह में जहां प्रतिदिन नए मामलों की संख्या 40-45 हुआ करती थी वहीं यह पिछले कुछ दिनों से लगातार सौ से ऊपर है। जैसे ही यहां चुनावी सरगर्मियां शुरू हुईं, राजनीतिक दल चुनावी रैलियां करने लगे। इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई गईं और जमकर भीड़ एकत्र हुई। इस दौरान दलों के कार्यकर्ताओं के साथ बूथ स्तरीय बैठकों के साथ ही भाजपा व कांग्रेस ने यहां 30 से अधिक चुनावी रैलियां कीं।
भीड़ जुटाने के लिए आए स्टार प्रचारक भाजपा ने जहां स्टार प्रचारकों के रूप में मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा, जगदीश शेट्टर,सीटी रवि, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फणनवीस को चुनावी मैदान में उतारा वहीं कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री सिध्दरामय्या, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार व पूर्व गृहमंत्री एमबी पाटिल को चुनाव प्रचार की कमान सौंपी थी। इनमें से मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा कोरोना संक्रमित हैं और उनका इलाज किया जा रहा है। कांग्रेस की चुनाव प्रचारक लक्ष्मी हेब्बालकर भी कोरोना की चपेट में हैं।
जनता की लापरवाही बेलगावी जिला स्वास्थ्य अधिकारी शशिकांत मुनियाल के अनुसार कोरोना के बढ़ते मामलों का मुख्य कारण जनता की लापरवाही है। वे कहते हैं, लोग कोरोना के नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। वैवाहिक समारोहों में भारी भीड़ देखी गई और सामाजिक नियमों का पालन नहीं किया गया, जिसकी वजह से कोरोना के मामले बढ़ गए।
मालूम हो कि बेलगावी लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में 17 अप्रेल को मतदान किया गया।
मालूम हो कि बेलगावी लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में 17 अप्रेल को मतदान किया गया।