आचार्य तुलसी-महाप्रज्ञ ने परखा हीरा
बैंगलोरPublished: May 16, 2019 11:13:36 pm
आचार्य महाश्रमण के पाटोत्सव पर प्रवचन
आचार्य तुलसी-महाप्रज्ञ ने परखा हीरा
बेंगलूरु. साध्वी यशोमती ने आचार्य महाश्रमण के पाटोत्सव पर प्रवचन में कहा कि तेरापंथ संघ हीरों की खान है। इसकी नींव आचार्य भिक्षु द्वारा शुभ बेला में रखी गई। आज संघ अपनी शैली से विस्तार पा रहा है। हीरे से भी ज्यादा खान का मूल्य है। साध्वी ने कहा कि पत्थर में प्रतिमा बनने की क्षमता है पर यह तभी संभव है जब कलाकार का हाथ उसमें लगे।
पत्थर मूर्ति बनते ही मूल्यवान बन जाता है। गुरु तुलसी तथा आचार्य महाप्रज्ञ ने आपको तराशा तो आप गणनायक बन गए। कालूगणी की पारखी दृष्टि ने तुलसी को परखा तथा तुलसी ने आपको परखा और संघ को एक अमूल्य हीरा दिया जो आज 11वें पट्ट को शोभित कर रहे हैं। साध्वी रचनाश्री ने कहा कि तेरापंथ धर्म संघ की विलक्षण विशेषता है एक गुरु एक विधान। साध्वी जयन्त यशा ने गीत प्रस्तुत किया। कन्या मंडल ने समवेत स्वर में गीत प्रस्तुत किया। तेयुप के सदस्यों ने एक गीत से अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। सभा मंत्री विकास दुगड़, तेयुप अध्यक्ष आलोक छाजेड़, महिला मंडल मंत्री सरोज बैद ने अपनी भावना गीत व वक्तव्य द्वारा प्रस्तुत की। संचालन साध्वी रचनाश्री ने किया।