अस्पताल के डॉ रंगनाथ नाइक ने कहा कि अभिनेता को बहुत गंभीर हालत में दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल ले जाया गया था। अस्पताल के डॉक्टर लगातार उन पर नजर रख रहे थे और उनका इलाज कर रहे थे। अथक प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
बताया गया है कि सुबह जिम में कसरत करते वक्त पुनीत अचानक धराशायी हो गए और उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत बहुत नाजुक थी। अप्पू के रूप में अपने प्रशंसकों में मशहूर पुनीत गुजरे जमाने के सुपर स्टार डॉ राजकुमार के सबसे छोटे बेटे थे। जानकारों के अनुसार जब उन्होंने अंतिम सांस ली तो उनके भाई शिवराजकुमार और अभिनेता यश अस्पताल में मौजूद थे।
केपीसीसी अध्यक्ष और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें अपने अच्छे दोस्त की मौत पर गहरा सदमा पहुंचा है। दक्षिण के सुपरस्टार महेश बाबू ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि पुनीत के निधन की खबर से उन्हें “गहरा दुख” हुआ है।
उन्होंने ट्वीट किया, “पुनीत राजकुमार के निधन की दुखद खबर से स्तब्ध और गहरा दुख हुआ। सबसे विनम्र लोगों में से एक जिनसे मैं मिला और उनसे बातचीत की। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति हार्दिक संवेदना।”
पुनीत ने अप्पू, अभि, वीरा कन्नडिगा, मौर्य, आकाश, अजय और अरासु सहित 29 से अधिक कन्नड़ फिल्मों में नायक के रूप में काम किया। अभिनेता ने अपने करियर की शुरुआत एक बाल कलाकार के रूप में की थी और 1985 में बेट्टादा हूवु में अपने प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था।
उन्होंने चालिसुवा मोदागालु और येरडु नक्षत्रगलु में अपने प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का कर्नाटक राज्य पुरस्कार जीता।