Acute gastroenteritis बचपन की सबसे आम बीमारियों में से एक है। इसे आमतौर पर स्टमक फ्लू कहा जाता है और यह पांच साल से कम उम्र के बच्चों में मृत्यु दर और रुग्णता का एक महत्वपूर्ण कारण है। डायरिया की बीमारी से दुनिया भर में हर साल लगभग २० लाख लोगों की मौत होती है। गैस्ट्रोएंट्राइनल मार्ग की सूजन, उल्टी, दस्त, पेट में दर्द, बुखार आदि इसके आम लक्षण हैं।
रोटावायरस जैसे वायरल संक्रमण आम
तीव्र दस्त ज्यादातर संक्रमण के कारण होता है और रोटावायरस जैसे वायरल संक्रमण सबसे आम कारण हैं। कभी-कभी अन्य कारण खाद्य या दवा एलर्जी और कुअवशोषण से संबंधित स्थितियां हो सकते हैं। संक्रामक दस्त में मौसमी बदलाव और स्थानीय प्रकोप आम हैं। कुपोषण, अस्वच्छता और दूषित भोजन या पानी मुख्य जोखिम कारक हैं।
निर्जलीकरण, इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन का खतरा
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सुप्रजी चंद्रशेखर ने बताया कि एक्यूट गैस्ट्रोएंट्राइटिस के लक्षण आमतौर पर 7 से 10 दिनों में ठीक हो जाते हैं। लेकिन, इससे तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है, जिससे बच्चे को निर्जलीकरण और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन का खतरा होता है। शिशुओं को सामान्य रूप से स्तनपान या फार्मूला जारी रखना चाहिए। घर पर उपलब्ध अन्य तरल पदार्थ जैसे चावल कांजी, दाल का पानी, नारियल पानी, नींबू पेय, सूप का उपयोग मौखिक पुनर्जलीकरण समाधान के अलावा किया जा सकता है। आमतौर पर आहार प्रतिबंधों की आवश्यकता नहीं होती है।
हाइड्रेशन महत्वपूर्ण उपचार
डॉ. चंद्रशेखर के अनुसार हाइड्रेशन महत्वपूर्ण उपचार है। आमतौर पर दवाओं की आवश्यकता नहीं होती है। अक्सर बच्चों को Antibiotic की जगह probiotic दिया जाता है। नमक, चीनी और पानी की संतुलित संरचना वाले तरल पदार्थों से बच्चों को हाइड्रेट किया जा सकता है।