देवगौड़ा ने स्वास्थ्य सेवाओं और कोविड प्रबंधन के विकेंद्रीकरण, कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए सभी स्तरों पर तत्काल अनुबंध पर पेशेवरों की भर्ती, जिलों में वार रुम बनाने का सुझाव दिया है। देवगौड़ा ने कहा कि टीकाकरण के बारे में लोगों को जागरुक किए जाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि टीके की कीमत गरीब से गरीब व्यक्ति को ध्यान में रख कर तय किया जाना चाहिए। अधिक जोखिम वाले लोगों के टीकाकरण को सुनिश्चित करने के लिए पहचान के मानकों में छूट दी जानी चाहिए। सरकार को उत्तर के साथ ही दक्षिण राज्यों में टीका उत्पादन केंद्र स्थापित करना चाहिए ताकि मांग को आसानी से पूरा किया जा सके। देवगौड़ा ने कहा कि १२-१५ वर्ष के बच्चों को भी टीकाकरण में शामिल किया जाना चाहिए ताकि वे अगले शैक्षणिक सत्र से कक्षाओं में शामिल हो सकें। देवगौड़ा ने कहा कि मृत कोरोना योद्धाओं के परिजनों को अनुकंपा के आधार पर सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए।
देवगौड़ा ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने मोदी को महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए कुछ सुझावों के साथ पत्र लिखा है। यह राष्ट्रीय संकट है और हमें एक राष्ट्र के तौर पर इसका सामना करना है। लोगों की जिंदगी बचाने और संघर्ष को कम करने के लिए हमें सभी रचनात्मक उपायों का समर्थन करना चाहिए। उन्होंनें कहा कि लोगों की भीड़ एकत्रित होने पर छह माह के लिए प्रतिबंध लगाया जाए। चुनाव जीतने वाले उम्मीदवार के जश्न मनाने पर रोक लगाई जाए। सभी चुनाव अगले छह माह के लिए टाले जाएं। एक केंद्रीय मंत्री हर राज्य का प्रभारी बनाया जाए जो केंद्र और सरकार के बीच समन्वय का काम करे।