कर्नाटक: एयरोस्पेस मेडिसिन से जुड़े विषयों पर होगा विचार मंथन
बैंगलोरPublished: Nov 12, 2019 06:11:37 pm
-इंडियन सोसाइटी ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन ISAM का 58 वां वार्षिक सम्मेलन 14 से, वायुसेना अध्यक्ष Air chief आरकेएस भदौरिया RKS Bhadauria करेंगे उद्घाटन
कर्नाटक: एयरोस्पेस मेडिसिन से जुड़े विषयों पर होगा विचार मंथन
बेंगलूरु. वायुसेना अध्यक्ष (एयर चीफ मार्शल) आरकेएस भदौरिया RKS Bhadauria यहां गुरुवार को 58 वें इंडियन सोसायटी ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन (आइएसएएम) के वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इस सम्मेलन के दौरान एयरोस्पेस मेडिसिन से जुड़े समकालीन विषयों और अनुप्रयोगों पर गहन विचार मंथन होगा। रक्षा विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार यहां एचएएल रोड स्थित वायुसेना के इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन (आइएएसएम) में इस सम्मलेन का आयोजन 14 से 16 नवंबर तक होगा। इस वर्ष के सम्मेलन का विषय है ‘एयरोस्पेस हेल्थकेयर में बदलते प्रतिमान।Ó सम्मेलन के दौरान पोडियम और पोस्टर प्रस्तुतियों के साथ वैज्ञानिक सत्र आयोजित होंगे जिसमें दुनिया भर के वक्ता विमानन चिकित्सा के क्षेत्र में हुए अनुसंधानों एवं प्रगति के बारे में चर्चा करेंगे। सम्मेलन में सेना, नौसेना और वायु सेना के चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे। जिन देशों से भारत के मधुर संबंध हैं वहां से विदेशी प्रतिनिधियों के भी भाग लेने की उम्मीद है। सम्मेलन में कुल 300 विशिष्ट पेशेवर अतिथियों के शामिल होने की संभावना है। सम्मेलन के दौरान दो महत्वपूर्ण व्याख्यान भी होंगे। पहला एयर मार्शल सुब्रतो मुखर्जी मेमोरियल व्याख्यान जिसे भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार डॉ के. विजराघवन देंगे। भारतीय वायु सेना के पहले वायु सेना प्रमुख, एयर मार्शल सुब्रतो मुखर्जी के सम्मान में इस व्याख्यान की शुरुआत वर्ष 972 में हुई थी। इसके अलावा एयर वाइस मार्शल श्रींगेश मेमोरियल व्याख्यान एयर वाइस मार्शल जेएस कुलकर्णी (सेवानिवृत्त) देंगे। एयर वाइस मार्शल एमएम श्रींगेश एयरोस्पेस मेडिसिन के क्षेत्र में अपने अमूल्य योगदानों के लिए ‘फादर ऑफ एविएशन मेडिसिन इन इंडियाÓ के उपनाम से मशहूर हैं। सम्मेलन के दौरान जेएचएफ मानेकशॉ पैनल दो वक्ताओं वैमानिकी विकास एजेंसी (एडीए) के निदेशक डॉ गिरीश एस देवधर,और समानव अंतरिक्ष परियोजना गगनयान के निदेशक डॉ उन्नीकृष्णन नायर देंगे। इसके अलावा, एयरोस्पेस सुरक्षा निदेशालय द्वारा एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया है। सम्मेलन के तीसरे दिन चिकित्सा और शल्य चिकित्सा पर सत्र आयोजित होंगे।