बताया जा रहा है कि फातिमा (30) गत पांच वर्षों से दुबई तथा कुवैत में घरेलू कामकाज करती थी। इस दौरान उसने वहां पर कमाई राशि शहर की एक बैंक में जमा की थी तथा इसका एटीएम कार्ड उसने उनके बच्चों की परवरिश कर रही उनकी मां के पास रखा था।
हाल में उसने जब बैंक का खाता चैक किया तो उसे पता चला कि खाते में जमा पूरी राशि निकाली जा चुकी थी। मां रफीका बेगम, भाई जाफर, भाभी समीना, बहन आयशा, पुत्र सैयद खलील ने उनके खाते से पैसे निकाले थे। परिजनों से की गई इस धोखाधड़ी को देखकर आक्रोशित फातिमा ने जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। चिकित्सा के बाद उनकी हालत में सुधार हो रहा है। फातिमा ने परिजनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण वह नाराज थी।