नियमित साधना के साथ प्रार्थना भी करें: आचार्य देवेंद्रसागर
राजाजीनगर जैन संघ में आचार्य देवेंद्रसागर ने प्रवचन में कहा कि मानव जीवन में अनेक बार ऐसी परिस्थितियां आती हैं जब मनुष्य समझ नहीं पाता की उसे किस तरह उस परिस्थिति का सामना करना है।

बेंगलूरु. राजाजीनगर जैन संघ में आचार्य देवेंद्रसागर ने प्रवचन में कहा कि मानव जीवन में अनेक बार ऐसी परिस्थितियां आती हैं जब मनुष्य समझ नहीं पाता की उसे किस तरह उस परिस्थिति का सामना करना है। ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर बेहतर तो यह है कि हम शांति और धैर्य से उस परिस्थिति का विश्लेषण करें तथा उस स्थिति के पक्ष विपक्ष दोनों के बारे में सोचें।
हमें परिस्थिति के गुण दोष के आधार पर निर्णय लेना चाहिए न कि घबराकर कोई कदम उठाना चाहिए। हमें किसी भी विपरीत स्थिति में धैर्य, सहनशीलता और शांति से निर्णय लेने की आदत डालनी चाहिए।
आचार्य ने कहा कि विश्व भर में कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों की संख्या बढ़ रही है। इसलिए सामाजिक कर्तव्यों को समझते हुए नियमित साधना के साथ साथ सम्पूर्ण विश्व के लिए प्रार्थना भी करें।
मुनि महापद्मसागर ने कहा कि मुसीबतों से घबराओ नहीं, उनका डटकर सामना करो। अपने जीवन की हर अमावस्या को पूर्णिमा में परिणित करने का जज्बा रखो।
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