पंडित रमाकांत मिश्र ने बताया कि जिसका क्षय नहीं हो उसे ही अक्षय कहते हैं। यह स्वयंसिध्द मुहूर्त है। इस दिन गृह प्रवेश, विवाह, खरीदारी आदि शुभ कार्यों का सबसे उचित योग है। दिन में तीन बजे से 4.30 बजे तक राहुकाल से बचते हुए सारा दिन शुभ कार्य किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि अक्षय तृतीया पर तीन राज योग बन रहे हैं। इस वजह से सोना खरीदना शुभ रहेगा। इस दिन सोना खरीदने से घर में लक्ष्मी का वास रहेगा। इसी दिन भगवान परशुराम का जन्म भी हुआ था। तीन मई को पंचग्रहों के सात महायोग का निर्माण हो रहा है। यह तिथि निवेश के लिए भी अत्यंत शुभ रहेगी।
उन्होंने बताया कि अक्षय तृतीया पर तीन राज योग बन रहे हैं। इस वजह से सोना खरीदना शुभ रहेगा। इस दिन सोना खरीदने से घर में लक्ष्मी का वास रहेगा। इसी दिन भगवान परशुराम का जन्म भी हुआ था। तीन मई को पंचग्रहों के सात महायोग का निर्माण हो रहा है। यह तिथि निवेश के लिए भी अत्यंत शुभ रहेगी।
मिश्र ने बताया कि अक्षय तृतीया पर ग्रहों व योगों के महा संयोग से शुभ स्थितियां निर्मित हो रही हैं। मंगलवार को तृतीया तिथि होने से सिद्धि योग बन रहा है जो हर कार्य में बाधाओं को पार करते हुए सफलता दिलाएगा। इस दिन को अक्षय तृतीया कहा जाता है। इस दिन की गई खरीदारी सुख व समृद्धि देने वाली होती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन जो भी शुभ कर्म किया जाता है उसका पुण्य कभी नष्ट नहीं होता और फल कई गुना होकर प्राप्त होता है।