प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस. सुरेश कुमार (Primary and SEcondary Education Minister, S Suresh Kumar) परीक्षा के पहले खुद कई केंद्रों पर पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कई परीक्षार्थियों से बात कर उनका हौसला बढ़ाया। मंत्री की मौजूदगी से परीक्षार्थी खुश व उत्साहित दिखे। मंत्री ने परीक्षार्थियों को बिना किसी भय के परीक्षा लिखने व सुरक्षा नियमों के पालना की सलाह दी।
कोरोना की जद में आ चुके 10 विद्यार्थी सहित क्वारंटाइन किए गए नौ विद्यार्थी परीक्षा में शामिल (10 corona positive and 9 quarantined students miss sslc exam) नहीं हो सके। सभी पूरक परीक्षा में बतौर फ्रेश उम्मीदवार शामिल होंगे। कंटेनमेंट जानों में स्थित 27 परीक्षा केंद्र शिफ्ट किए गए। इनमें से 12 केंद्र बेंगलूरु शहर में हैं। संबंधित विद्यार्थियों को इसकी जानकारी परीक्षा के एक दिन पहले दे दी गई थी। गलती से कंटेनमेंट जोन स्थित परीक्षा केंद्र पहुंचने वालों की मदद के लिए केंद्र पर बस की व्यवस्था की गई थी। बृहद बेंगलूरु महानगर पालिका के अनुसार शहर में कुल 476 केंटेनमेंट जोन हैं।
केरल से पहुंचे 367 बच्चे
केरल (Kerala) के 367 परीक्षार्थी समय से परीक्षा केंद्र पहुंचे। स्वास्थ्य जांच के बाद सभी को केंद्र में प्रवेश की अनुमति मिली और कोई विशेष परेशानी नहीं हुई। कर्नाटक सरकार ने केरल और महाराष्ट्र जैसे पड़ोसी राज्यों की सीमाओं और ग्रामीण क्षेत्रों से यात्रा करने वाले परीक्षार्थियों के लिए परिवहन व्यवस्था की है। लोक शिक्षण विभाग के अधिकारियों के अनुसार राज्य परिवहन विभाग के सहयोग से परीक्षार्थियों के लिए परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
पर्चा लीक होने की अफवाह, साइबर सेल के हवाले मामला
हर बार की तरह इस बार भी शिक्षा विभाग को पर्चा लीक (SSLC Question Paper Leak) होने जैसी अफवाहों का सामना करना पड़ा। हलांकि, मंत्री सुरेश कुमार ने सोशल मीडिया पर लीक प्रश्न पत्र के फर्जी (Fake) होने की बात कही। पुराने प्रश्न पत्र को इस वर्ष का दर्शाया गया था। मंत्री ने बताया कि साइबर क्राइम सेल (Cyber Crime Cell) को मामला सौंपा गया है। लीक पर्चे की जांच कर कर्नाटक माध्यमिक शिक्षा परीक्षा बोर्ड (Karnataka Secondary Education Examination Board) ने इसे प्रारंभिक परीक्षा का पर्चा बताया।
– 14699 स्कूलों के करीब 8,48,230 विद्यार्थियों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया है। प्रदेश भर में 3209 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
– कंटेनमेंट जोन, अन्य राज्यों के विद्यार्थी, बुखार या फिर इन्फ्लूएंजा आदि के लक्षण वाले विद्यार्थियों ने अलग कमरे में पर्चा लिखा।
– जिला स्तर पर 34 व तालुक स्तर पर 204 हेल्प डेस्क बनाए गए हैं। -3209 परीक्षा केंद्रों पर 5755 स्वास्थ्य जांच केंद्र स्थापित हैं। हर परीक्षा केंद्र पर दो स्वास्थ्य कार्यकर्ता मौजूद हैं।
– शिक्षा विभाग के 81,265 सहित अन्य विभागों के 19,222 कर्मचारी ड्यूटी पर हैं।
– 30 जिलाधिकारी, 30 पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत के 30 मुख्य कार्यकारी अधिकारी, 408 ट्रेजरी अधिकारी व 5,758 पुलिसकर्मी परीक्षा के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।