जिला उपायुक्त अभिराम जी शंकर ने बताया कि एवियन इन्फ्लूएंजा की शिकायतों और संदिग्ध मामलों के बाद मैसूरु से कुल सात नमूने जांच के लिए भेजे गए थे, जिनमें से दो को सकारात्मक बताया गया है। वायरस को आस-पास के क्षेत्रों में फैलने से रोकने के लिए कुंबरकोप्पल के एक किलोमीटर के दायरे में सभी मुर्गियों और अन्य घरेलू पक्षियों को मारने का निर्णय किया गया है।
जिला प्रशासन ने एक कार्ययोजना तैयार की है और इस मुद्दे से निपटने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया टीमों का गठन किया गया है। बर्ड फ्लू के प्रकोप के बाद एहतियाती उपाय के रूप में, जिला प्रशासन ने कुंबरकोप्पल (जहां प्रकोप की सूचना मिली) वहां से 10 किमी के दायरे में अंडे और चिकन की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का भी फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि पक्षियों को मारने की प्रक्रिया में पूरी तरह से सुरक्षा उपकरणों से लैस अमला काम करेगा। पक्षियों को नष्ट करने और कीटाणुशोधन की प्रक्रिया अगले कुछ दिनों तक चलेगी। मैसूरु के लोगों से बर्ड फ्लू की रिपोर्ट से घबराने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि जनता को घबराने की जरूरत नहीं है। बर्ड फ्लू अक्सर जंगली पक्षियों के बीच पाया जाता है और संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से ही फैलता है। पिछले दो हफ्तों से मैसूरु में बर्ड फ्लू के प्रकोप पर अटकलें लगाई जा रही थीं क्योंकि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में कई बगुले मृत पाए गए थे।